Mandsaur News : शिवना मैया के जल ने पशुपतिनाथ का किया जलाभिषेक, चार मुख हुए जलमग्न, झमाझम बारिश से शहर हुआ तरबतर

Mandsaur Shivana Maiya water performed Jalabhishek of Pashupatinath

शिवना मैया के जल ने पशुपतिनाथ का किया जलाभिषेक

मंदसौर की शिवना नदी में उफान आ गया है। रात में हुई बारिश के बाद सुबह की बारिश से रात में पानी की तेज आवक के चलते कालाभाटा बांध के पांच गेट छह फीट तक खोले गए। पशुपतिनाथ मंदिर की छोटी पुलिया मौसम में पहली बार जलमग्न हुई। शनिवार को दिन में हुई तेज बारिश से नदी में जलस्तर बढ़ा और शाम तक नदी का पानी पशुपतिनाथ मंदिर के समीप स्थित तापेश्वर महादेव के गर्भगृह में प्रवेश कर गया।

रात में 12 बजे से शिवना पशुपतिनाथ का जलाभिषेक करने को आतुर दिखी और देखते ही देखते रात दो बजे तक शिवना मैया ने भगवान पशुपतिनाथ के चार मुख का जलाभिषेक कर दिया। सुबह पांच बजे शिवना नदी का जलस्तर कम हो गया, उसके बाद मंदिर परिसर की साफ-सफाई कर सुबह सात बजे होने वाली आरती आठ बजे की गई।

मंदिर में जलभराव की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस टीम पशुपतिनाथ मंदिर पहुंची और मंदिर गर्भगृह में रखी दान पेटियां व अन्य सामान बाहर निकलवाकर सभा ग्रह में रखवाया। मंदसौर सहित नदी के केचमेंट एरिया में शनिवार की रात हुई बारिश के बाद नदी में उफान आ गया। कालाभाटा बांध के तीन गेट खोले जाने के बाद रामघाट का जलस्तर बढ़ा तो पशुपतिनाथ की छोटी पुलिया भी जलमग्न हो गई। सुबह 11 बजे रामघाट ने रविवार को अपने उच्चतम जलस्तर 18 फीट को छुआ।

12 घंटे में तीन इंच से अधिक बारिश

शनिवार को नगर में करीब तीन इंच से अधिक बारिश का अनुमान है। वहीं, जिले में शुक्रवार रात से ही तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश का दौर जारी रहा। बीते 24 घंटे में जिले में औसत 2.13 इंच बारिश दर्ज की गई है। जिले में रविवार सुबह तक औसत बारिश का आंकड़ा लगभग 24 इंच हो गया है। यह पिछले वर्ष के मुकाबले 16 इंच कम है। जिले में सबसे ज्यादा बारिश सीतामऊ 32, सुवासरा 29, मल्हारगढ़ 25, धुंधडका 24 और संजीत 24 इंच तक बरसात हो चुकी है। मौसम विभाग ने रविवार को भी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर भारी बारिश की संभावना जताई है।

जिले में बारिश की स्थिति

जिले में अब तक औसत 24 इंच बारिश दर्ज की गई है। जबकि पिछले वर्ष इसी समय तक 39.47 (992 मिमी) इंच बारिश दर्ज की गई थी। गांधी सागर बांध का जलस्तर रविवार सुबह 1307 फिट दर्ज किया गया है। पानी को आवक को देखते हुए दोपहर में गांधीसागर डेम के 5 छोटे गेट खोले जाएंगे।

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