
दीपकशर्मा / माखननगर । सरकार और प्रशासन चाहे जितनी समृद्धता और विकास के दावे कर रहे, लेकिन हकीकत खुद सरकारी आंकड़े बता देते हैं। नर्मदापुरम जिले की तहसील माखननगर की समृद्धि का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि करीब 1 लाख 38 हजार 526 की आबादी वाली तहसील में 1 लाख 10 हजार 626 लोग जो कि आबादी का करीब 80 फीसदी हैं। जिन्हे मुफ्त का राशन बांटने के लिए चिह्नित किया गया है। यानी ये सब सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत प्राथमिकता वाले परिवार हैं, जिनको गरीबों की श्रेणी में माना जाता है। ऐसे में यदि आधे से ज्यादा आबादी यदि मुफ्त के अनाज पर आश्रित है, तो तहसील औसत संपन्न मानना भी बेमानी है।
सरकार के आदेश के बाद अब इन सभी करीब 1 लाख 10 हजार 626 परिवारों को पांच साल तक मुफ्त अनाज दिया जाएगा। सरकार से प्राप्त आदेश के अनुसार एक जनवरी 2024 से 31 दिसंबर 2028 तक अंत्योदय परिवार को 35 किलो प्रति परिवार और प्राथमिकता परिवार को 5 किलो प्रति सदस्य निशुल्क खाद्यान दिया जाएगा। इस व्यवस्था के तहत उचित मूल्य दुकानों से खाद्यान्न दिया जाएगा। पात्र परिवारों के बायोमेट्रिक सत्यापन के आधार पर ये खाद्यान्न वितरण किया जाएगा। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत इन सभी हितग्राहियों को अनाज निशुल्क दिया जाएगा।
इसमें अंत्योदय परिवार, प्राथमिकता परिवार, गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार, सामाजिक सुरक्षा के पात्र और मजदूर सुरक्षा सहित अन्य कई वर्गों के हितग्राही शामिल हैं। इसके अलावा अंत्योदय परिवारों को 20 रुपए किलो शकर और एक रुपए किलो नमक भी शासकीय उचित मूल्य दुकानों से वितरित किया जाएगा।

निशुल्क खाद्यान्न वितरण पांच वर्ष के लिए बढ़ा
देनवापोस्ट को जेएसओ मीनाक्षी दुबे ने बताया कि तहसील में 27 हजार 447 से ज्यादा राशन कार्ड हैं, इनसे संबंधित करीब 1 लाख 10 हजार से ज्यादा हितग्राही हैं, जिन्हें निशुल्क खाद्यान्न वितरित किया जाता है। शासन के आदेश से ये निशुल्क खाद्यान्न वितरण पांच वर्ष की अवधि के लिए और बढ़ा दिया गया है।