दीपक शर्मा/माखन नगर : ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव द्वारा मिलीभगत कर विकास कार्यों के नाम फर्जी बिल बाउचर लगाकर शासकीय राशि का दुरुपयोग करने का मामला माखन नगर जनपद में सामने आया है। जहां पर 2022 से 2024 में पदस्थ तत्कालीन सचिव और सरपंच द्वारा जिस कार्य के नाम पर राशि निकाली उसका काम नही कराया है। मामला ग्राम पंचायत बुधनी का है। जहां पर जिम्मेदारों ने राशि की हेराफेरी कर शासन के रुपयों का दुरुपयोग किया गया। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि ग्रामीणों ने किसी से शिकायत कर जांच कराने की मांग तक नहीं है। ग्रामीण रामभरोस सेन ने देनवा पोस्ट को बताया कि शिकायत करे भी तो किससे क्योंकि सरपंच की पहुंच ऊपर तक हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बुधनी के तत्कालीन सचिव और सरपंच ज्योति चौहान के द्वारा फर्नीचर के नाम पर फर्जी बिल लगाकर 88 हजार 150 रुपये की राशि अगस्त 2023 में निकाली गई। ग्राम पंचायत में आज भी नए फर्नीचर के नाम पर कुछ नहीं है। यह बात सोचने वाली हैं कि जब पिछली पंचायत ने फर्नीचर खरीदा था, तो नई पंचायत को खरीदने की क्या आवश्यकता थी। इस संबंध में सरपंच से तो बात नहीं हो सकी लेकिन उनके पति मनीष चौहान से बात हुई तो उनका कहना है कि पुराना फर्नीचर ठीक नहीं था इसलिए खरीदा गया।
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वर्चुअल फर्नीचर खरीद बनी पहली पंचायत
देनवा पोस्ट के सुधि पाठक को यह जानकर हैरानी होगी कि माखन नगर जनपद की बुधनी देश की पहली ऐसी पंचायत होगी जिसने डिजिटल इंडिया का सही उदाहरण दिया जिसने वर्चुअल फर्नीचर की ही खरीदी कर डाली । उस फर्नीचर का पंचायत बकायदा इस्तमाल भी कर रही है। यही वजह है कि जब कोई फिजिकली फर्नीचर देखना भी चाहे तो दिखाई नही देगा।
मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं
जनपद सीईओ संदीप डाबर ने देनवापोस्ट को बताया कि मुझे अभी तक इस तरह की कोई जानकारी नहीं मिली है। देखने के बाद ही कुछ कहना उचित होगा। अगर पंचायत ने लापरवाही की हैं तो कार्यवाही की जावेगी।