Moong Kharidi : मध्य प्रदेश के किसानों समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी का इंतजार अब खत्म हो गया है। मोहन सरकार ने 7 जुलाई से प्रदेशभर में मूंग खरीदी की शुरुआत कर दी। क्योंकि मूंग खरीदी के लिए रजिस्ट्रेशन की 6 जुलाई को खत्म हो गई है, जिसके बाद से प्रदेश के सभी खरीदी केंद्रों पर मूंग और उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू हो गई है, ऐसे में जिन किसानों ने मूंग और उड़द का रजिस्ट्रेशन करवाया है, वह अपने स्लॉट में मूंग बेचना शुरू कर सकते हैं। एमपी के जिन जिलों में मूंग की खरीदी होनी है वहां मोहन सरकार ने सभी कलेक्टरों को निर्देशित कर दिया है।
शासन द्वारा निर्धारित एफ.ए.क्यू. मापदंड पर होगी मूंग
भारत सरकार द्वारा निर्धारित एफ.ए.क्यू. मापदंड प्रक्रिया नियुक्त नोडल अधिकारी, सहायक नोडल अधिकारी सहकारी समिति एवं विपणन समिति के प्रबंधकों को एफ.ए.क्यू. मापदंड की जानकारी दी गई, जिसके अंतर्गत मूंग एफ.ए.क्यू. मापदंड (अधिकतम स्वीकार्य) विजातीय तत्व 2%, अन्य खाद्यान्न 3%, क्षतिग्रस्त दाने 3%, आंशिक क्षतिग्रस्त दाने 4%, सुकडे कुमलायें एवं टूटे हुए दाने 3%, फसल में कीट व्याधी ग्रस्त 4%, नमी का अधिकतम प्रतिशत 12% होगा।
एक सोसायटी को मूंग खरीदी में छूट, छ सोसायटी पर सख्ती क्यों?
माखननगर तहसील में मूंग खरीदी के लिए सात खरीदी केंद्र बनाए गए । शासन द्वारा निर्धारित एफ.ए.क्यू. मापदंड पर ही सभी खरीदी केंद्र को मूंग की खरीदी होना। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक खरीदी को प्रशासन द्वारा सारी छूट दी गई। ऐसा लगता वह खरीदी केंद्र प्रशासन एवं शासन की नजरों में शासन द्वारा निर्धारित एफ.ए.क्यू. मापदंड पर मूंग की खरीदी कर रहा है। ऐसा Denvapost नहीं कह रहा है, क्योंकि शासन के नुमाइंदे उस एक खरीदी को छोड़कर सभी पर जांच करने पहुंच रहे हैं। आखिर ऐसा क्यों? बने रहिए denvapost के साथ जल्द ही होगा खुलासा