सांकेतिक तस्वीर…
चुनावी प्रचार में सोशल मीडिया की धमक से मुखौटे की चमक फीकी हो गई है। लोकसभा चुनाव को लेकर तारीखों की घोषणा होने के बाद भी दुकानदार ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं, जबकि कुछ साल पहले तक चुनाव नजदीक आते ही बाजारों में रौनक बढ़ जाती थी। पार्टी के नेता मुखौटे के साथ बैज, टोपी, झंडे, टी शर्ट, पैन, लड़ी, कट आउट, मफलर, छाता, स्टीकर, गुब्बारा, माला, कलाई बैंड, सन कैप, गमछा, कार पर लगाने वाले झंडे बनवाने के लिए आने लगते थे। चुनावी सीजन में दुकानदारों के पास समय नहीं होता था, लेकिन इस बार सब कुछ ठंडा चल रहा हैं। दुकानदार उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द सब कुछ अच्छा होगा।
सदर बाजार के झंडा व्यापारी मनोज कुमार गर्ग ने बताया कि चुनाव के ऐलान से चार-पांच माह पहले ही मांग बढ़ जाती थी, लेकिन इस बार सब कुछ ठंडा दिख रहा है। यहां पर उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड, राजस्थान सहित पूरे देश की राजनीतिक पार्टियां सामान बनवाती हैं। चुनाव के दौरान करोड़ों रुपये का व्यापार होने की उम्मीद रहती है, लेकिन इस बार अभी तक रौनक नहीं आई है। दुकानदार देशभर की पार्टियों के लिए सैंपल तैयार करके बैठे हैं।
पांच फीसदी तक दाम घटे
दुकानदारों ने बताया कि मांग कम होने से सभी परेशान हैं। दुकानदारों ने सामान के दाम को पांच फीसदी तक घटा दिया है। इस कमी के बाद उम्मीद की जा रही है कि बाजार में लोग आएं और सामान की खरीदारी करें।
तैयार कर रहे थ्रीडी कटआउट
दुकानदारों की मानें तो चुनावी रैलियों को आकर्षक बनाने के लिए नेताओं के थ्रीडी कटआउट बनाए जा रहे हैं। इन कटआउट को किसी भी दिशा से देखने में यह एक जैसे ही दिखते हैं। इसके अलावा आकर्षक टोपी, झंडे भी बनाए जा रहे हैं।
बाजार में भी मोदी भारी
दुकानों में इस दिनों सबसे ज्यादा कटआउट प्रधानमंत्री मोदी के मिल रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि बीते विधानसभा चुनाव में इसकी मांग बढ़ी थी। यही कारण है कि इस बार भी लोगों ने स्टॉक में मोदी के कटआउट को ज्यादा रखा है। इसके बाद राहुल गांधी, योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, सुखविंदर सिंह सुक्खू के कटआउट मिल रहे हैं। कुछ अन्य दुकानों पर ममता दीदी, तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव की भी मांग है।