Makhannagar News: बाढ़ राहत की राशि में घोटाले का मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमे लाखों रूपए निजी खातों में ट्रांसफर करने की बात सामने आ रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तहसील के पटवारी एवं बाबू की मिली भगत से इस काम को अंजाम दिया गया है। तहसील कार्यालय में भी यह चर्चा आम हैं। सोशल मीडिया पर घोटाले की सूची खूब वायरल हो रही हैं।
ऐसे मामला सामने आया
Denvapost को सूत्रों से जो जानकारी मिली उसके अनुसार ग्वालियर से ऑडिट टीम रिवेन्यू का ऑडिट करने माखन नगर आई। टीम को कुछ खातों में शंका हुई। जिसकी सूची बनाकर तहसीलदार को सौपी है। जिसमें करीब चार पांच खातों में बार बार बाढ़ राहत की राशी डाली गई है। यह करीब आठ लाख 68 हजार का मामला है।
हर साल आडिट फिर भी तीन साल बाद पकड़ा घोटाला!
सूत्रों की माने तो मामले को रफा दफा करने की तैयारी है। क्योंकि तहसील का ऑडिट कलेक्टर एवं कमिश्नर द्वारा हर साल ऑडिट कराया जाता है। फिर भी यह पकड़ में नहीं आया आखिर ऐसा कैसे हुआ। ग्वालियर टीम हर तीन साल में ऑडिट करती है। यह वर्ष 2021 से 2023 के ऑडिट में निकला मामला है। अगर इससे पहले की जांच कराई जाए तो राशी बढ़ने अनुमान है। वैसे अभी ऑडिट टीम ने रिपोर्ट सबमिट नही की है।
अभी मुझे कोई सूची नहीं मिली
जब देनवापोस्ट तहसीलदार सुनील गड़वाल से बात की तो उन्होंने ने बताया कि इस तरह की कोई सूची अभी मुझे नही मिली। ऑडिट रिपोर्ट एक महीने बाद आती है उसमें कुछ मिलेगा तो संबंधित पर कार्रवाई की जायेगी।