मध्यप्रदेश की लोकप्रिय और महत्वाकांक्षी योजनाओं में ‘लाड़ली बहना योजना’ का नाम शामिल है। योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं के खाते में हर महीने 1250 रुपए की राशि ट्रांसफर की जाती है। कुछ ही दिनों में लाड़ली बहनों के खाते में स्कीम की 21वीं किस्त आने वाली है। खुशखबरी देने वाली ‘लाड़ली बहना योजना'(Ladli Behna Yojana) ने प्रदेश की कई बहनों को बड़ा झटका दे दिया है। पिछले कुछ समय में हजारों महिलाओं के नाम योजना से काट दिए गए हैं। जनवरी में 3 हजार 576 महिलाओं को स्कीम से बाहर कर दिया गया। लाड़ली बहनों के खाते में 21वीं किस्त आने से पहले यहां जानें… आखिर क्यों महिलाओं को किया जा रहा है योजना से बाहर।
इस वजह से हुई बाहर
जनवरी 2025 में बड़ी संख्या में महिलाएं योजना से बाहर हुईं, क्योंकि उनकी उम्र 60 साल से ऊपर हो गई थी। आधार कार्ड में महिलाओं की उम्र एक जनवरी है। इस कारण जनवरी में 60 साल की उम्र से ऊपर होने पर कई महिलाओं के नाम योजना से काट दिए गए हैं। इस वजह से इन लाड़ली बहनों के खाते में योजना के पैसे ट्रांसफर नहीं हुए। अगर आपके दस्तावेज में भी आपकी उम्र 60 साल से अधिक हो गई है तो, आप भी अपात्र महिलाओं की लिस्ट में शामिल हो गई हैं।
इन महिलाओं को नहीं मिलेगा लाभ
अविवाहित महिलाएं लाड़ली बहना योजना का लाभ नहीं ले सकती।
जिन महिलाओं की उम्र 60 वर्ष की आयु से ज्यादा है उन्हें, इस योजना का कोई लाभ नहीं मिलेगा।
जिनके परिवार की सालाना इनकम 2.5 लाख से अधिक है, वे भी योजना का लाभ नहीं ले सकती।
जिनके परिवार का कोई सदस्य वर्तमान या भूतपूर्व सांसद विधायक हो वे भी योजना के लिए आवेदन नहीं कर सकती।
जिन महिलाओं के परिवार का कोई सदस्य सरकारी पद का लाभ ले रहा है, वे महिलाएं भी लाड़ली बहना योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
इन महिलाओं को ही मिलेगा लाभ
मध्यप्रदेश का मूल निवासी होना जरूरी
विवाहित, विधवा, तलाकशुदा एवं परित्यक्ता
21 वर्ष की आयु पूरी कर चुकी महिलाएं
किसी भी वर्ग की महिलाएं ले सकती हैं लाभ
स्वयं या परिवार का कोई भी सदस्य आयकरदाता न हो जिनके परिवार के पास 5 एकड़ से कम भूमि हो।