कटनी की मणप्पुरम गोल्ड लोन शाखा में करोड़ों की लूट हई थी।
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बता दें कि 26 नवंबर 2022 की सुबह नकाबपोश बंदूकधारी बदमाश बरगवां स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन में घुसे और आठ करोड़ कीमत का 16 किलो सोना सहित तीन लाख की नगदी लेकर फरार हो गए। घटना के करीब एक घंटे बाद पुलिस मुस्तैद हुई। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रहे सुनील कुमार जैन ने एक माह के अंदर ही डकैती में उपयोग हुई बाइक, बंदूक, कुछ नगदी सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया, लेकिन उनके पास से भी सोना नहीं मिल सका था। पुलिस लगातार प्रयास करती रही, लेकिन उनके हाथ सिर्फ डकैती में शामिल आरोपी और अन्य सामान लगे लेकिन सोना और मुख्यारोपी उनसे दूर रहा। हालांकि पुलिस को पूरी गैंग की जानकारी तब लगी जब बिहार के बक्सर जिले से मिथेलश पाल गिरफ्तार हुआ।
डकैती का ऐसा हुआ खुलासा
मणप्पुरम गोल्ड लोन डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले 6 मुख्य आरोपी में से एक मिथलेश पाल भी था, जो कटनी में धर्मेंद्र नाम की आईडी के नाम से रह रहा था। पुलिस के मुताबिक ये वही आरोपी है जो पुलिस को गुमराह करने के लिए डकैती में लूटी बाइक को अमदरा टोल नाके के पास छोड़कर भाग निकला था। हालांकि पुलिस को आरोपी के पास से कोई सोना या नगद तो नही मिला लेकिन पूछताछ में आरोपी ने कई बड़े खुलासे करते हुए बताया है की ये सभी बेऊर जेल में बंद सुबोध सिंह के कहने पर काम करते हैं जिसे डकैती में शामिल अन्य लोगों से कोई मतलब नहीं होता। ये सभी एक चैन की कड़ी के तरह काम करते हैं जिनका काम अलग-अलग होता है। आरोपी मिथलेश ने खुलासा किया था कि डकैती से पहले आरोपियों ने सात लाख का इन्वेस्ट किया था, जिसमें कार, बाइक, कुटराचित दस्तावेज बनाने से लेकर रहने खाने पीने की व्यवस्था शामिल रही। डकैती को अंजाम देने के लिए 6 लोगों की टीम रही तो उसे बक्सर तक पहुंचने का काम दूसरी टीम ने किया था इसके लिए आरोपियों ने भोपाल से हुंडई वरना कार खरीद कर कटनी पहुंचे और पहली टीम से सोना लेकर डिंडोरी, पेंड्रा होते हुए पटना बिहार सोना पहुंचाया। ये कार चालक सुबोध सिंह की चैन का दूसरा हिस्सा है ऐसे कई लोग है जो सुबोध सिंह के लिए काम करते हैं जिनमे से कुछ को रिस्क के हिसाब से कमीशन मिलता है तो किसी को सीधी पेमेंट दी जाती और बड़ी बात ये है पेमेंट भी कई लाखों में होती है।
मणप्पुरम गोल्ड में डकैती में शामिल आरोपी
कटनी पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने बताया कि मणप्पुरम गोल्ड लोन डकैती मामले पर अब तक 6 लोगों को नामजद आरोपी बनाया है, जिसमें अंकुश साहू बिहार बक्सर, शाहबाज सिद्दीकी बक्सर, मिथेलश कुमार पाल बक्सर, शुभम तिवारी बिहार पटना, गोलू कुमार यादव पटना वहीं अंतिम विकास गुप्ता उर्फ अमित उर्फ विक्कू, बिहार नालंदा निवासी है। जिन पर धारा 395 के तहत एफआईआर दर्ज हुई थी तो वहीं 5 अन्य लोगों को आरोपी बनाया है। इनमे मुख्यारोपी सुबोध सिंह, दिलीप यादव, अनुज कुमार शाह उर्फ आकाश, अखिलेश उर्फ जॉन राइट, अर्जुन उर्फ पीयूष जायसवाल शामिल है। जिसमें से छ्ठा आरोपी विकास उर्फ अमित भी गिरफ्तार कर लिया गया है, विकास का काम रेकी करना था। जिसके बताई गई स्थितियों के अनुसार ही 6 लोगों ने डकैती की घटना को अंजाम देने पहुंचे थे। पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर डकैती में उपयोग ही दो बाइक, एक लूट में गई बाइक, कट्टा जिंदा कारतूस, 2 लोगों से मोबाइल 10-10 हजार की नगदी बरामद की है। कटनी एसपी अभिजीत कुमार रंजन की मानें तो कटनी पुलिस ने जिस आरोपी को महाराष्ट्र पुलिस की मदद से पकड़ा है, उसे न्यायालय में पेशकर 7 दिन का रिमांड लिया है ताकि कटनी पुलिस डकैती में गए सोना तक जल्द पहुंच सके।
कौन है सुबोध सिंह
सुबोध सिंह 300 किलो से ज्यादा सोना डकैती में लूट का आरोपी है जो बिहार के बेऊर जेल बंद रहकर वहां से अपनी गैंग के माध्यम से बड़ी-बड़ी लूट और डकैती की वारदातों को अंजाम देता है। सुबोध सिंह के पास 200 से ज्यादा लोगो की गैंग है जो सुबोध के एक इशारे में कहीं भी कुछ भी कर सकते हैं। जानकर बताते हैं देश में अब तक का लूटा गया सोने के हिस्सा का 70 प्रतिशत तो सुबोध सिंह की गैंग ने अंजाम दिया है जो मध्यप्रदेश, राजस्थान, झारखंड, चेन्नई, उड़ीसा, उत्तरप्रदेश, बिहार सहित अन्य राज्य जाकर इस तरह की वारदात करते हैं। उन्हीं में से एक कटनी की मणप्पुरम गोल्ड लोन डकैती रही जिसे 26 नवंबर 2022 को उनकी गैंग के लोगों ने किया था। बड़ी बात ये है पुलिस का अधिकांश जानकारी होने के बाद भी उससे न तो सोना जब्त कर पाती है न ही घटना होने से रोक पाती है।