himachal pradesh crisis congress : डैमेज कंट्रोल में जुटी कांग्रेस, विधायकों से लिया फीडबैक, बचेगी सुक्खू की कुर्सी? क्या संकेत

कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में डैमेज कंट्रोल की कोशिशें शुरू कर दी हैं। कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपिंदर सिंह हुड्डा और डीके शिवकुमार ने शिमला में विधानसभा भवन के पास एक होटल में पार्टी विधायकों के साथ वन-टू-वन बैठक की। हालांकि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले छह विधायक मौजूद नहीं रहे। सूत्रों ने बताया कि सेसिल होटल में विधायकों से चर्चा की गई और उनसे फीडबैक लिया गया। बैठकों में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला भी मौजूद रहे। सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस इस आकस्मिक सियासी संकट से पार पा लेगी। इस रिपोर्ट में जानें क्या मिल रहे संकेत…

विधायकों से लिया फीडबैक

छह विधायकों की बगावत के बाद गहराए सियासी संकट को दूर करने के लिए भूपिंदर सिंह हुड्डा और डीके शिवकुमार बुधवार शाम को शिमला पहुंचे। सूत्रों ने बताया कि पर्यवेक्षकों ने सेसिल होटल में विधायकों से वन-टू-वन चर्चा की और उनसे फीडबैक लिया। वहीं पर्यवेक्षकों से मुलाकात करने वाले उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने दावा किया कि कुछ बागी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस आलाकमान के संपर्क में हैं।

सुक्खू बोले- हम क्षमाशील

शाम को सीएम सुक्खू ने बयान दिया कि हम स्वभाव से क्षमाशील हैं। जिन विधायकों ने राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की, उन्हें पार्टी की विचारधारा का सम्मान करना चाहिए था।

नहीं आती ऐसी नौबत- प्रतिभा सिंह

इस बीच हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह ने कहा कि सरकार बनने के बाद कुछ चीजें ठीक नहीं चल रही थीं। हमने इसे सुलझाने के लिए आलाकमान को सूचित किया था। आलाकमान को बैठकर इसका समाधान करना चाहिए था। आलाकमान उन्हें और हमें बुलाता। बैठकर समस्या का समाधान निकाला जाता। यदि ऐसा होता तो हमें इस स्थिति का समाधान नहीं करना पड़ता।

अब पर्यवेक्षकों पर दारोमदार

प्रतिभा सिंह ने कहा- एक साल से अधिक समय बीत गया लेकिन कोई निर्णय नहीं लिया गया। इसी वजह से हमें इस संकट का सामना करना पड़ रहा है। जहां तक विक्रमादित्य का सवाल है उसने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है। उसने कैबिनेट से इस्तीफा दिया है। अब पर्यवेक्षक को तय करना है कि इसके बारे में क्या करना है। पर्यवेक्षकों से क्या बात हुई इस पर उन्होंने कहा कि यह अंदरूनी मामला है।

प्रतिभा और विक्रमादित्य ने दिए बड़े संकेत

यह पूछे जाने पर कि भाजपा दावा कर रही है कि सुक्खू की अगुवाई वाली सरकार गिर जाएगी। वह सरकार बनाएगी। इस पर प्रतिभा सिंह ने कहा कि देखते हैं क्या होता है। वहीं कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इस्तीफा वापस लेने और इस्तीफा स्वीकार करने के लिए दबाव बनाने… दोनों में अंतर है। हमने पर्यवेक्षकों से बात की है। उन्हें मौजूदा हालत के बारे में जानकारी दी है। इस संकट पर जब तक कोई निर्णय नहीं लिया जाता तब तक मैं अपने इस्तीफे पर जोर नहीं दूंगा। अंतिम निर्णय आने वाले समय में लिया जाएगा…

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