बाहर से आई फोर्स और पीएसी को संवेदनशील इलाकों में गश्त के लिए लगाया गया है। अति संवेदनशील इलाकों में आरएएफ तैनात रहेगी। जुमे के दिन छोटी-बड़ी मस्जिदों के साथ ही सभी धार्मिक स्थलों के बाहर पुलिस की तैनाती कर दी गई है। पुलिसकर्मियों को अफसरों ने निर्देशित किया है कि जुमे की नमाज के बाद या फिर किसी भी पूजा स्थल पर किसी तरह की जुटान न हो।
छावनी बना ज्ञानवापी काशी विश्वनाथ इलाका
कोर्ट का फैसला आने के बाद बुधवार रात से ही ज्ञानवापी परिक्षेत्र को छावनी में बदल दिया गया है। विश्वनाथ धाम के सामने से लेकर मुख्य सड़कों, गलियों में पुलिस की कड़ी चौकसी है। खासतौर से मिश्रित आबादी वाले इलाकों, संवेदनशील व अति संवेदनशील इलाकों में निगरानी रखी जा रही है। प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार के सामने कमांडो की तैनाती की गई है। आरएएफ और सीआरपीएफ के जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है।
बुधवार रात से ही एक प्लाटून पीएसी ज्ञानवापी परिक्षेत्र में तैनात कर दी गई। गुरुवार को नमाज तथा सुरक्षा के दृष्टिगत दोपहर 12 से 3 बजे के बीच धाम के सामने से वाहनों का आवागमन भी बंद कर दिया गया था। लोगों को गलियों के रास्ते से जाने के लिए कहा गया। मंदिर के बाहर पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन, अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था एस. चन्नप्पा, डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम, एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक ने फोर्स के साथ फुट पेट्रोलिंग भी की।
‘गुप्त’ बैठकों पर खुफिया एजेंसियों की नजर
ज्ञानवापी के दक्षिणी तहखाने में पूजा-पाठ के आदेश के बाद खुफिया एजेंसियों ने शरारतीतत्वों पर निगरानी बढ़ा दी है। एलआईयू समेत अन्य एजेंसियां अराजकतत्वों की धरपकड़ के लिए सतर्क हैं। संवेदनशील व अति संवेदनशील इलाकों में जुमे की नमाज के पूर्व गोपनीय बैठकें करने की सूचना के बाद खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं। गुरुवार को भी मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में दुकानें बंद रहीं।