G-20 : आज भारत आएंगे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन; जलवायु प्रगति सहित इन मुद्दों पर केंद्रित करेंगे ध्यान

Joe Biden will reach India today to participate in the G20 summit his third report is also Covid negative

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन
– फोटो : PTI

इस सप्ताह भारत  जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है। देश के लिए यह बड़ा अवसर होगा क्योंकि इसमें अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन सहित 19 देशों के नेता शामिल होंगे, जो इस समूह का हिस्सा है। इससे पहले, राष्ट्रीय राजधानी को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। वहीं, आज अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत पहुंचेंगे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने उनके दौरे के बारे में जानकारी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जी-20 शिखर सम्मेलन में जिन महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, उनमें विकासशील देशों के लिए काम करना, जलवायु, प्रौद्योगिकी जैसे विषयों पर प्रगति करना और बहुपक्षीय विकास बैंकों को नया आकार देना शामिल हैं। व्हाइट हाउस ने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में समूह इन विषयों पर प्रगति करने में सक्षम होगा।

तीसरी रिपोर्ट भी आई निगेटिव

गौरतलब है कि हाल ही में सामने आया था कि अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन कोरोना संक्रमित हो गई थीं, जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत दौरे को लेकर शंका जताई जा रही थी। हालांकि अब व्हाइट हाउस ने साफ कर दिया है कि भारत रवाना होने से पहले, जो बाइडन की एक और रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आई है। इससे पहले, मंगलवार और सोमवार को भी अमेरिकी राष्ट्रपति का दो बार टेस्ट किया गया था, जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव पाई गई थी। कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद व्हाइट हाउस ने कहा है कि जो बाइडन की भारत और वियतनाम यात्रा में कोई बदलाव नहीं किया गया है। जो बाइडन भारत यात्रा और वियतनाम यात्रा के दौरान रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करेंगे।

व्हाइट हाउस ने की भारत की सराहना

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भारत की जी20 अध्यक्षता की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि हम इस साल जी20 पर उनके नेतृत्व के लिए पीएम मोदी की सराहना करते हैं और हम यह सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि भारत जी20 की सफलतापूर्वक मेजबानी कर सके।  हम निश्चित रूप से प्रधानमंत्री मोदी के साथ कई मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता करेंगें।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा, शिखर सम्मेलन में अमेरिका का मुख्य ध्यान बहुपक्षीय विकास बैंकों, विशेष रूप से विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) को मौलिक रूप से नया आकार देने और उसे आगे बढ़ाने के एजेंडे पर काम करना है। उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि ये संस्थान विकासशील देशों में पारदर्शी और उच्च गुणवत्ता वाले निवेश जुटाने के लिए हमारे पास मौजूद सबसे प्रभावी उपकरणों में से हैं। यही कारण है कि अमेरिका ने इन संस्थानों को विकसित करने के लिए वर्तमान में जारी प्रयासों का समर्थन किया है ताकि वे वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहें।

राष्ट्रपति बाइडन बृहस्पतिवार को जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए नई दिल्ली जाएंगे। वह शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में भाग लेंगे और शनिवार और रविवार को राष्ट्रपति जी-20 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक सत्र में शामिल होंगे।

अमेरिका उभरते बाजार भागीदारों के साथ मिलकर बड़ी चीजें करने को प्रतिबद्ध

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह उभरते बाजार भागीदारों के साथ मिलकर बड़ी चीजें करने के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, हमारा मानना है कि दुनिया इस सप्ताह के अंत में नई दिल्ली में यही देखेगी। सुलिवन ने कहा कि जी-20 के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता कम नहीं हुई है और उसे उम्मीद है कि नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन में यह प्रदर्शित होगा कि दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं इस चुनौतीपूर्ण समय में भी मिलकर काम कर सकती हैं।

अफ्रीकी संघ की आवाज जी-20 को मजबूत बनाएगी

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुलिवन ने कहा कि अमेरिका भी जी-20 के नवीनतम स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ का गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए उत्सुक है। उन्होंने कहा, हमारा मानना है कि अफ्रीकी संघ की आवाज जी-20 को मजबूत बनाएगी। उन्होंने कहा कि इस बात पर लगातार ध्यान दिया जाएगा कि जी-20 यूक्रेन में रूस के अवैध युद्ध से कैसे निपटता है।

विश्व बैंक को बुनियादी रूप से नया आकार देना भी प्राथमिकता

सुलिवन ने कहा, जी20 में जाने के लिए हमारा मुख्य फोकस बहुपक्षीय विकास बैंकों, विशेषकर विश्व बैंक को बुनियादी रूप से नया आकार देने और बढ़ाने के एजेंडे पर काम करना है। विश्व बैंक के नए सीईओ अजय बंगा ने जलवायु परिवर्तन और भूख कार्यक्रमों का विस्तार करने और नई फंडिंग और बैलेंस शीट के साथ बैंक की लोन देने की शक्ति को बढ़ावा देने पर जोर दिया है। सुलिवन ने कहा, हम जानते हैं कि ये संस्थान विकासशील देशों में पारदर्शी, उच्च गुणवत्ता वाले निवेश जुटाने के लिए हमारे पास मौजूद सबसे प्रभावी उपकरणों में से कुछ हैं। विश्व बैंक की स्थापना द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान चीन के विदेशी लोन के समकक्ष के रूप में की गई थी।

प्रधानमंत्री मोदी के जी-20 अध्यक्षता के लिए धन्यवाद

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि जैसे ही हम नई दिल्ली की ओर रवाना होंगे, हमारा ध्यान विकासशील देशों के लिए काम करने पर होगा। सुलिवन ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और भारत की जी-20 अध्यक्षता के लिए धन्यवाद, हमें उम्मीद है कि हम उन सभी चीजों को करने में सक्षम होंगे।

मध्यम आय वाले देशों के लिए ऋण राहत प्रदान करने का करेंगे आह्वान

सुलिवन ने कहा, राष्ट्रपति बाइडन जी-20 सदस्य देशों से वैश्विक अर्थव्यवस्था में सार्थक ऋण राहत प्रदान करने का भी आह्वान करेंगे। इसका मकसद निम्न और मध्यम आय वाले देश वर्षों के संकट के बाद फिर से अपना पैर जमा सकें। उन्होंने कहा कि यह समूह जलवायु से लेकर स्वास्थ्य, डिजिटल तकनीक तक अन्य प्रमुख प्राथमिकताओं पर भी प्रगति कर रहा है, जिसमें अधिक समावेशी डिजिटल परिवर्तन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) विकास के लिए एक जिम्मेदार दृष्टिकोण अपनाना शामिल है।

 चीन के पास सकारात्मक और नकारात्मक दोनों भूमिका निभाने का विकल्प

भारत और चीन के बीच तनाव सहयोग को प्रभावित करता है, के सवाल पर सुलिवन ने कहा, वास्तव में, यह चीन पर निर्भर है कि वह सकारात्मक भूमिका निभाना चाहता है या नकारात्मक। उसके पास दोनों विकल्प उपलब्ध हैं।

पीएम मोदी के साथ करेंगे बैठक

गौरतलब है कि भारत 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में वार्षिक G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। गुरुवार को भारत पहुंचने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में भाग लेंगे। बाद में शनिवार और रविवार को वह जी20 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक सत्र में भाग लेंगे।

10 सितंबर को हनोई जाएंगे बाइडन

नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद, बाइडन 10 सितंबर को वियतनाम की राजधानी हनोई की यात्रा करेंगे। बता दें कि जो बाइडन का यह वियतनाम यात्रा  उस समय हो रहा है, जब उनका प्रशासन हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए काम कर रहा है।  पिछले महीने उन्होंने कहा था कि वह जल्द ही हमारे संबंधों को बदलने के लिए हनोई का दौरा करेंगे।

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