मृतका के पति श्याम ने बताया कि वह मजदूरी कर अपना जीवन यापन करता है। उसकी बड़ी लड़की और पत्नी को लेकर कल सुबह प्रसूति के लिए गांव से बागली लेकर आया, वहां से उन्होंने देवास जाने के लिए कहा, लेकिन वहां एंबुलेंस की व्यवस्था भी नहीं थी। उन्होंने निजी वाहन किराए पर लिया और वे जिला चिकित्सालय आए यहां दोपहर करीब 4.30 बजे उसकी पत्नी को नार्मल डिलीवरी से लड़की हुई थी। उसकी लड़की को एनआईसीयू में कमजोर होने पर रखा था। उसने बताया कि सुनीता स्वस्थ्य थी, रात में करीब 12 बजे उसके पति को गार्ड ने बाहर कर दिया था। उसकी पत्नी के साथ कोई नहीं था। देर रात करीब 2 बजे वह पलंग से गिरी थी। उसने बताया कि उसे अलसुबह करीब 3 बजे अस्पताल में बुलाया वह गया तो उसकी पत्नी मृत अवस्था में फर्श पर मिली। पति ने बताया कि आसपास की मरीजों को भी यह नहीं पता चल पाया कि महिला कब और कैसे गिरी। उसने आरोप लगाया कि जब उन्होंने स्टाफ से सवाल किए तो उन्हें सिर्फ यही कहा गया कि जांच की जाएगी। उनका कहना है कि डिलीवरी के बाद पत्नी पूरी तरह स्वस्थ थी, फिर अचानक क्या हुआ, इसका जवाब नहीं मिल रहा।
कार्डियक इफ्यूजन से हुई मौत
जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. अजय पटेल ने बताया कि महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ थी। पलंग से गिरने की बात आसपास किसी को पता नहीं चली, इसलिए प्रारंभिक जांच में हार्ट के पास तरल पदार्थ जमा होने यानी कार्डियक इफ्यूजन को मौत का कारण बताया गया है। उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।