
सड़क के गड्ढे में बैठे लोग
दमोह-जबलपुर स्टेट हाइवे पर जबेरा से सिग्रामपुर तक आठ किमी की सड़क में इतने गहरे गड्ढे हो गए हैं कि बस का एक पहिया आधा धंस जाए। यह सड़क जबेरा विधायक और पर्यटन राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है। सड़क में हजारों गड्ढे हो गए हैं और इनमें बारिश का पानी भर गया है, जिससे गुस्साए लोगों ने सड़क के गड्ढों में बैठकर अपना विरोध प्रदर्शन किया।
स्थानीय निवासी और जनपद सदस्य दीपक यादव ने बताया, यह दमोह-जबलपुर स्टेट हाइवे है। इसलिए इस पर नियमित रूप से हैवी ट्रक चलते रहते हैं, जिससे स्थिति और खराब हो जाती है। स्टेट हाइवे पर इतने बड़े गड्ढे हो गए हैं, जो सड़क पर स्विमिंग पूल जैसे दिखते हैं। इसलिए सड़क की दुर्दशा का हाल बयां करने और विरोध जताने सिग्रामपुर में सड़क पर बने गड्ढे में भरे पानी के अंदर बैठकर अपना विरोध प्रदर्शन किया।
भले ही दमोह-जबलपुर स्टेट हाइवे को बीते वर्ष राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा प्राप्त हो चुका है। लेकिन सड़क की दुर्दशा सुधारने की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया और मानसून के इस सीजन में सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है। सिग्रामपुर से दानिताल मार्ग के बीच करीब आठ किमी की सड़क में हजारों गड्ढे हैं, जिसकी वजह आवागमन तो बाधित होता ही है। आए दिन हादसे भी होते हैं। दयनीय स्थिति यह है कि सड़क पर सिंग्रामपुर से दानीताल बीच कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। बावजूद इसके स्टेट हाइवे की बारिश के पहले मरम्मत नहीं कराई गई। सिंग्रामपुर से दानीताल की दूरी करीब आठ किमी है, जिसको तय करने मिनटों की जगह में घंटे का समय लग रहा है और वाहनों की टूटफुट के साथ-साथ लोगों के शरीर में भी चोट आ रही है।
बता दें, दमोह-जबलपुर मार्ग के जबेरा विधानसभा अंतर्गत सड़क की हालत काफी खराब है और पर्यटन राज्य मंत्री धर्मेंद्र सिंह का गृह गांव नोहटा भी यही आता है। इसलिए लोगों की मांग है कि मार्ग में सुधार कराया जाए। क्षतिग्रस्त रोड के कारण वाहन चालक अक्सर यहां गिरकर दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं। लेकिन सड़क निर्माण कंपनी ने गड्ढे भरने के लिए कार्य योजना तैयार नहीं की है। एमपीआरडीसी के अधिकारियों का कहना होता है, दमोह जबलपुर स्टेट हाइवे राष्ट्रीय राजमार्ग में चला गया है, अब जो भी कार्य होंगे राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण के दौरान होंगे। ऐसे में सवाल होता है, कब राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण होगा और कब लोगों को जानलेवा गड्डों से मुक्ति मिलेगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अनजान वाहन चालक कई बार गहरे गहरे गड्ढे में गिरकर घायल हो जाते हैं, जिसमें बाइक सवार सबसे अधिक दुर्घटनाओं का शिकार होते है। क्योंकि सड़क की हालात बेहद खराब हो चली है। सिंग्रामपुर निवासी सुनील, रवि, विशाल, निखिल ने बताया कि कई महीनों से सड़क का मेंटनेंस नहीं हुआ है। बार-बार गाड़ी में टूट फूट होती है। कई बार हादसे का शिकार होते-होते बचे हैं। स्थानीय लोग तो फिर भी जानलेवा गड्ढों को देखकर मुश्किल सफर तय कर लेते हैं, लेकिन अनजान लोगों को यह गड्डे दिखाई नहीं देते है और जानलेवा साबित होते हैं।
जंगल से लगी पूरी सड़क जर्जर है। इसके बाद भी जर्जर सड़क का सुधार नहीं किया जा रहा है।सिंग्रामपुर में पोड़ी तिराहे पर सड़क पर इतना बड़ा गड्ढा हो गया है कि स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस यातायात की बैरिकेट्स लगाकर बड़े गड्ढे के पास रखा है, ताकि कोई बड़ा हादसा घटित न हो सके। अनेक बार इस गड्ढे में टू-व्हीलर वाहन चालक गिर चुके हैं और गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। सिंग्रामपुर निवासी जनपद सदस्य दीपक यादव ने बताया, उप स्वास्थ्य केंद्र सिंग्रामपुर के सामने लगभग दो साल से गड्डा खुला पड़ा है। आए दिन हादसे घटित हो रहे हैं।
एमपीआरडीसी रेजिडेंट इंजीनियर कमलेश अहिरवार का कहना है, दमोह-जबलपुर स्टेट हाइवे दिसंबर 2023 में नेशनल हाइवे में चला गया था और दमोह जबलपुर स्टेट हाइवे का काम सिंग्रामपुर में राष्ट्रपति के आगमन के समय अलग-अलग एजेंसियों के द्वारा किया गया था। संबंधित एजेंसी के लिए मेंटेनेंस कार्य के लिए अनेकों बार पत्र लिख चुका हूं। कुछ एजेंसी ने थोड़ी बहुत कार्य करवाया भी था। अब एमपीआरडीसी के पास दमोह-जबलपुर स्टेट हाइवे के मेंटेनेंस कार्य के लिए कोई राशि नहीं है, जिसकी जानकारी पीएस लेवल तक है। अब जो भी कार्य किया जाएगा, नेशनल हाइवे की निर्माण एजेंसी के द्वारा किया जाएगा।
कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर का कहना है, मेरी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों से बात हुई है। जैसे ही बारिश कम होती है, धूप निकलती है एक सप्ताह के अंदर-अंदर बड़े गड्ढे भरवा दिए जाएंगे। वहीं, जबेरा विधायक और पर्यटन राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी से जब इस मामले में बात की तो बताया गया कि यह मार्ग अब राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित हो गया है। इसका सर्वे हो चुका है। बहुत जल्द सड़क निर्माण कार्य शुरू होगा, तब तक सड़क के गड्ढे भरवाए जाएंगे।