Patna: कदमकुआं थाने के राजेंद्र नगर रोड नंबर 12 के सुलेमान इंक्लेव में रहने वाले शाकिर सैयद हसन और उनके 10 करीबियों ने क्रिप्टो माइनिंग में करीब 50 लाख रुपये का निवेश कर दिया. लेकिन न तो उन्हें मूल राशि मिली और न ही मुनाफा. साथ ही जिन नंबरों से संपर्क होता था, उन्हें भी बंद कर दिया गया. इस संबंध में शाकिर सैयद हसन ने एटीएच हैश कंपनी के मालिक, एमडी व अन्य के खिलाफ में कदमकुआं थाने में 28 मई को मामला दर्ज कराया. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
गूगल से कंपनी का एप डाउनलोड कर किया निवेश
शाकिर सैयद हसन ने पुलिस को जानकारी दी कि उन्होंने 22 फरवरी को गूगल प्ले स्टोर से एटीएच हैश एप को डाउनलोड कर क्रिप्टो माइनिंग में पैसा निवेश करना शुरू कर दिया. इसके बाद एप के माध्यम से नौ मार्च को प्रतिदिन निकासी का प्लान लिया. इसमें मुझे प्रतिदिन पैसा निकासी की सुविधा मिलती थी. इसके बाद 15 मार्च को प्रतिदिन निकासी और 16 मार्च को कांट्रैक्ट प्लान लिया, जिसका पैसा समय पर निकालता रहा. इसके बाद 11 अप्रैल को स्टेकिंग प्लान और 22 अप्रैल को एक और कांट्रैक्ट प्लान लिया, जिसका लाभ वैलेट में अनअवलेवल बैलेंस में हर दिन जुड़ने लगा और प्रतिदिन निकासी प्लान का पैसा समय-समय पर निकालता रहा.
इसके बाद परिवार के कुछ सदस्यों व अन्य करीबियों को भी जोड़ा. इन लोगों ने भी प्लान में रकम निवेश किया. इसी बीच 24 अप्रैल से पैसा निकासी पर यह कह कर रोक लगा दी गयी थी कि निकासी का बहुत लोड हो गया है. इसलिए हमलोग अपने कस्टमर को वर्गीकरण कर रहे हैं और उसके बाद ही पैसा की निकासी होगी.
25 अप्रैल को अचानक ही वैलेट से अधिक पैसा जुड़ गया और कंपनी ने यह कहा कि मशीन के अपग्रेड होने से समस्या हुई है. इसे ठीक किया जा रहा है और उसके बाद ही निकासी शुरू होगी. इसके बाद 27 अप्रैल को कंपनी की ओर से किसी भी प्रश्न का जबाव भी देना बंद कर दिया गया और वाट्सएप ग्रुप से भी सभी लोगों को हटा दिया गया. साथ ही रकम की निकासी भी बंद हो गयी.
16 मार्च को गुरुग्राम के एक होटल में कंपनी की ओर से इन्वेस्टर मीट का भी आयोजन किया गया था, जिसमें सभी ने हिस्सा लिया था. अंत में शाकिर ने बताया है कि उनका और उनके परिवार के लोगों ने कंपनी में 50 लाख रुपये का निवेश कर दिया, लेकिन निकासी नहीं हो पा रही है. उन लोगों के साथ ठगी की गयी है. कंपनी से जुड़े सभी लोगों के मोबाइल फोन बंद आ रहे हैं.