mp news: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में घाटे से उबरने के लिए अब सहकारी बैंक भी प्रोफेशनल एप्रोच के साथ काम करेंगे। डिफॉल्टर किसानों से लोन राशि जमा कराने जनप्रतिनिधियों की मदद ली जाएगी। किसानों से बात कर लोन चुकाने के लिए प्रेरित करेंगे। बैंक का स्टाफ कलेक्टर और राजस्व अमले के माध्यम से भी बकाया राशि जमा कराने में मदद लेगा। स्टाफ को ग्राहकों के साथ सद्व्यवहार की ट्रेनिंग दी जाएगी।
कर्मचारियों की होगी ट्रेनिंग
जानकारी के लिए बता दें कि सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने शनिवार को समन्वय भवन में जिला सहकारी बैंकों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की बैठक में इसके निर्देश दिए। कहा कि हर बैंक के कर्मचारियों की आचरण और व्यवहार की ऑनलाइन ट्रेनिंग करवाई जाए। नवाचार और अच्छा काम करने के लिए बैंक के हर स्तर पर प्रतिस्पर्धा हो। साल के अंत में उत्कृष्ट कर्मी को सम्मानित भी किया जाए।
मंत्री सारंग ने कहा कि सहकारी बैंकों को अपनी साख के लिए काम करना होगा। पारदर्शिता लानी होगी। सुनिश्चित करना होगा कि बैंक में डिपॉजिट पूरी तरह से सुरक्षित है। बैंक को वसूली आदि नियमित कार्य के साथ सुदृढ़ीकरण पर ध्यान देना होगा। डिपॉजिट, टर्म लोन, सेफ लोन देने के मामलों काम करना होगा। उन्होंने कमजोर पैक्स के उन्नयन के लिए काम करने के लिए भी कहा। इस मौके पर बैठक में एसीएस अशोक बर्णवाल, आयुक्त मनोज पुष्प के साथ अन्य अधिकारी मौजूद थे।