
माखननगर। माखन दादा प्रतिमा स्थल पर नगर परिषद द्वारा किए जा रहे जीर्णोद्धार कार्य को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने भाजपा पर इतिहास बदलने और प्रतिमा स्थल को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस की आपत्ति
नगर परिषद ने प्रतिमा स्थल पर लगा पुराना लोकार्पण पत्थर हटाकर नया पत्थर लगाने की प्रक्रिया शुरू की है। इस पर आपत्ति जताते हुए नगर कांग्रेस अध्यक्ष संजय गिल्ला ने कहा कि जिस बोर्ड पर माखन दादा का नाम लिखा है, उसे भाजपा के रंग में बनाया गया है और उस पर कमल का फूल अंकित है।
गिल्ला ने कहा, “माखन दादा राजनीति से हमेशा दूर रहे। उन्होंने मुख्यमंत्री पद तक ठुकरा दिया था। भाजपा उनकी प्रतिमा को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है।”

पुराना लोकार्पण
18 अक्टूबर 2004 को नगर पंचायत अध्यक्ष निकुंजलता गुरु( उस समय पार्टी के चिन्ह पर चुनाव नहीं होते थे लेकिन वह कांग्रेस की अघोषित अध्यक्ष ) के कार्यकाल में माखन दादा की प्रतिमा का अनावरण हुआ था।
मुख्य अतिथि: गिरजा शंकर शर्मा बीजेपी (वर्तमान कांग्रेस नेता)
अध्यक्षता: विजय पाल पाठ्य पुस्तक निगम अध्यक्ष (वर्तमान बीजेपी विधायक)
विशेष आतिथ्य: विधायक मधुकर राव, शिव चौबे, ओम उपाध्याय
कांग्रेस का कहना है कि उस समय लगाया गया पत्थर ऐतिहासिक महत्व रखता है और उसे हटाने की आवश्यकता नहीं है।

कांग्रेस का सवाल
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा अब यह दिखाना चाहती है कि प्रतिमा का लोकार्पण 2025 में हुआ। “हमें जीर्णोद्धार या मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण करने पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इतिहास से छेड़छाड़ क्यों?” – संजय गिल्ला
आंदोलन की चेतावनी
पूर्व उपाध्यक्ष रामराज जांगड़े ने बताया कि उनकी नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि आकाश तिवारी से बात हुई है। “उन्होंने आश्वासन दिया है कि दो–चार दिन में पुराना पत्थर फिर से लगाया जाएगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मेरे द्वारा आंदोलन किया जाएगा।”
(भाजपा और नगर परिषद का पक्ष समाचार लिखे जाने तक नहीं मिल सका।)