संपादकीय में कहा गया है कि जब मोदी ने यह नारा (400 पार) लगाया तो ऐसा लगा कि उन्हें राष्ट्र निर्माण, विकास और जनता के कल्याण के लिए इस तरह के बहुमत की जरूरत है, लेकिन हेगड़े की टिप्पणियों ने इसके पीछे की मंशा को उजागर कर दिया।

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद अनंत कुमार हेगड़े के बयान का हवाला देते हुए सामना के संपादकीय में कहा गया है कि यह डर सही साबित हुआ कि 2024 का आम चुनाव आखिरी चुनाव होगा। हेगड़े ने हाल ही में कथित तौर पर कहा था कि अगर संविधान में संशोधन करना है तो मौजूदा बहुमत से भी बड़े बहुमत की जरूरत है।
संपादकीय में दावा किया गया है, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आसपास के लोग हमेशा मौजूदा संविधान को खत्म करने और मोदी युग में नया संविधान लिखने की बात करते हैं।’’
संपादकीय के अनुसार संविधान भारतीय लोकतंत्र की ढाल है। संपादकीय में कहा गया है, “400 हमलावर तैयार किए जा रहे हैं…बीजेपी का ‘400 पार’ का नारा वास्तव में संविधान की हत्या की तैयारी है।”
संपादकीय में कहा गया है कि जब मोदी ने यह नारा (400 पार) लगाया तो ऐसा लगा कि उन्हें राष्ट्र निर्माण, विकास और जनता के कल्याण के लिए इस तरह के बहुमत की जरूरत है, लेकिन हेगड़े की टिप्पणियों ने इसके पीछे की मंशा को उजागर कर दिया।
एडॉल्फ हिटलर, बेनिटो मुसोलिनी, ईदी अमीन जैसे अतीत के तानाशाहों और रूस के वर्तमान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का उदाहरण देते हुए संपादकीय में कहा गया है कि इन नेताओं ने संविधान बदलकर खुद को आजीवन राष्ट्रपति बना लिया। मुखपत्र में पूछा गया है, “क्या बीजेपी मोदी को पुतिन की तरह भारत का ‘बादशाह’ बनाना चाहती है?”