सांकेतिक तस्वीर
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ईओडब्लयू ने मामले में चिनार रिटेल्स एंड इंफ्रा प्रालि के सुनील मूलचंदानी, गोपीचंद मूलचंदानी, माया मूलचंदानी (मृत) अनु मूलचंदानी, मनित मूलचंदानी समेत अन्य के खिलाफ 100 करोड़ के हाउसिंग प्रोजेक्ट के लोन के मामले में केस दर्ज किया है। दरअसल, 1999 में बनाई गई चिनार रियल्टी प्रालि कंपनी और 2005 में बनीं चिनार रिटेल्स एंड इंफ्रा प्रालि के हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए सुनील मूलचंदानी व गोपीचंद मूलचंदानी ने डीएचएफएल (अब पिरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस) से 100 करोड़ का लोन लिया था। इस प्रोजेक्ट के तहत वर्ष 2014 तक करीब 2200 फ्लैट्स और शॉपिंग मॉल समेत अन्य निर्माण कार्य होना था। इसके लिए सुनील मूलचंदानी ने भूमि स्वामियों को झांसे में लेकर उस जमीन को डीएचएलएफ होम लोन फाइनेंस कंपनी में गिरवी रखवाकर 44 करोड़ का ऋण ले लिया।
प्रोजेक्ट पूरा नहीं हुआ तो दोबारा 63 करोड़ का लोन लिया गया। इसके बाद कई बार बैंक से लोन लिया गया। फाइनेंस कंपनी ने केवल तीन एनओसी जारी की थी, लेकिन सुनील ने फर्जी एनओसी बनाकर कई रजिस्ट्रियां करवा दीं। इस मामले में बैंक कर्मियों के भी इसमें शामिल होने की बात सामने आई। यह एफआईआर ओमकारा असेस्टस एंड री-कंस्ट्रक्शन प्रा. लि. की शिकायत पर दर्ज की गई है।