जानकारी के अनुसार पांच अप्रैल को झिरियाडोह के जंगल क्षेत्र में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा ग्रामीणों को असली बताकर नकली गिन्नियां ऊंचे दाम पर बेचने की सूचना पुलिस को मुखबिर से मिली थी। फरियादी की शिकायत पर थाना बीजादेही में भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 318(2), 338, 336(3), 3(5) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस ने दो आरोपी रूप सिंह, उम्र 40 वर्ष, निवासी ग्राम झिरनापुरा, थाना सिवनी मालवा, जिला नर्मदापुरम और अजीत राठौड़ (पारधी), उम्र 40 वर्ष, निवासी वार्ड क्रमांक 10, जेल के पीछे, सिवनी मालवा, जिला नर्मदापुरम को गिरफ्तार किया है।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि यह गिरोह सार्वजनिक स्थानों जैसे बस स्टैंड, मंदिर और ट्रेन स्टेशनों पर भोले-भाले लोगों से संपर्क कर उन्हें झांसे में लेता है। गिरोह पहले एक असली गिन्नी दिखाकर भरोसा जीतता है, फिर नकली गिन्नियों की बड़ी खेप सौंपकर ठगी करता है। यह ठगी आमतौर पर जंगलों या संचारविहीन इलाकों में होती है, जहां पकड़े जाने की संभावना कम रहती है। एक पीड़ित ने बताया कि उसे 90 हजार रुपये में नकली गिन्नियां थमा दी गईं, जिनमें से एक जांच में असली पाई गई थी, जिससे विश्वास बना। आरोपियों द्वारा लेन-देन में नकद राशि की मांग की जाती थी और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से बचा जाता था।
फिलहाल, गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश के लिए पुलिस की टीमें बनाई गई हैं। पुलिस अधीक्षक निश्चल एन. झारिया और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमला जोशी के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई अंजाम दी गई। पुलिस का कहना है कि इस तरह की धोखाधड़ी मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में की जा चुकी है।