बैतूल की आठनेर थाना पुलिस ने एक ऐसे अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है जो भोले-भाले जरूरतमंद किसानों और ग्रामीणों को भारी भरकम ब्याज पर आर्थिक मदद देने के बदले उनसे एक मौखिक एग्रीमेंट करते थे। मौखिक एग्रीमेंट के तहत गिरोह के लोग किसानों के वाहन और कृषि उपकरण लेकर उन्हें किराए से चलाने की बात कहते थे। कुछ समय बाद जब लोग उधार की रकम लौटाएं या ना लौटाएं, उनके वाहन-कृषि उपकरण अपने कब्जे में ले लेते थे और फिर कभी वापस नहीं करते थे। गिरोह का मास्टरमाइंड राजेश विजयकर नाम का शख्स है। वह किसानों और अन्य लोगों को 25 से 30 प्रतिशत ब्याज पर रुपये उधार देकर उनके वाहन और कृषि उपकरण हड़पने की साजिश रचता था। इस अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े सदस्य भी वाहनों को दूसरे राज्यों में किराए से चलाते थे या बेच देते थे।
आठनेर थाना क्षेत्र के एक किसान की शिकायत पर जब पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो इस अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने इस मामले के मास्टरमाइंड राजेश विजयकर को गिरफ्तार किया।साथ ही एक पिता-पुत्र को भी गिरफ्तार किया है। दोनों किसानों से लिए गए वाहनों और कृषि उपकरणों को महाराष्ट्र में किराए से चला रहे थे । इस मामले में एक आरोपी अब भी फरार है. मास्टरमाइंड राजेश के कब्जे से पुलिस ने 24 बाइक , 3 ट्रैक्टर ,6 थ्रेशर मशीनें, 12 कल्टीवेटर और रोटावेटर, दो लोडिंग वाहन और तीन जीप बरामद की हैं। पुलिस अभी इस मामले में आगे भी जांच कर रही हैं।
बैतूल एसपी निश्चल झारिया ने बताया, ‘बैतूल जिले की थाना आठनेर पुलिस ने भोले-भाले किसानों और ग्रामीणों के कृषि उपकरण धोखाधड़ी कर अपने पास रखने, उन्हें बेचने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। घटनाक्रम कुछ इस प्रकार है। एक किसान ने आवेदन दिया था कि उसके ट्रैक्टर को जबर्दस्ती अपने पास रख लिया गया है। मांगने पर लौटा नहीं रहा है। बार-बार झूठ बोलकर बरगला रहा है. कभी कहता है कि ट्रैक्टर चोरी हो गया, कभी कुछ कहता है। जांच में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपी किसानों से धोखे से कृषि उपकरण अपने पास रख लेते थे और फिर वापस नहीं लौटाते थे। अभी जांच चल रही है।’