दरअसल, जब असम के खिलाड़ियों ने अपील की तो अंपायर ने उनको ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड नियम के मुताबिक आउट दे दिया। रहाणे ने भी इस फैसले को स्वीकार किया और वे मैदान छोड़कर चल दिए। हालांकि, बाद में असम की टीम के कुछ खिलाड़ियों और कप्तान देनिश दास ने अपील को वापस ले लिया और इस तरह रहाणे को फिर से बल्लेबाजी की अनुमति मिली, लेकिन रहाणे इस जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाए। जब वे ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड के तौर पर आउट हुए तो 18 रन पर थे और जब क्लीन बोल्ड हुए तो सिर्फ 22 रन बना सके थे।
बता दें कि अजिंक्य रहाणे इस समय खराब दौर से गुजर रहे हैं। भारत की टेस्ट टीम से बाहर चल रहे रहाणे ने आधा दर्जन के करीब मैच इस रणजी ट्रॉफी के सीजन में खेले हैं, लेकिन एक भी बड़ी पारी उनके बल्ले से नहीं निकली है। ऐसे में उनका हाल-फिलहाल में भारत की टेस्ट टीम में वापसी करना असंभव लग रहा है, क्योंकि दमदार लय में दिख रहे चेतेश्वर पुजारा भी कई खिलाड़ियों के चोटिल और टीम से हटने के बावजूद टेस्ट टीम में नहीं चुने गए हैं। चयनकर्ता युवा खिलाड़ियों को भरपूर मौका दे रहे हैं और युवा खिलाड़ी कमाल भी कर रहे हैं।