श्री माखनलाल चतुर्वेदी शासकीय महाविद्यालय, माखननगर में शनिवार को हिंदी दिवस के अवसर पर आयोजित साप्ताहिक कार्यक्रम का समापन पुस्तक प्रदर्शनी के माध्यम से किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. नीता चौबे और भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों के लिए हिंदी भाषा और साहित्य के महत्व को उजागर करने के उद्देश्य से विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया।

हिंदी दिवस में साप्ताहिक अविस्मरणीय कार्यक्रम का आयोजन
कार्यक्रम का आयोजन 14 सितंबर से 20 सितंबर तक साप्ताहिक रूप में किया गया। इस दौरान प्रत्येक दिन हिंदी भाषा और साहित्य से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों को शामिल किया गया। प्रथम दिवस पर विद्यार्थियों ने हिंदी काव्य रचनाओं का पाठ प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में माखननगर की साहित्यकार श्रीमती कीर्ति वर्मा उपस्थित रहीं। उन्होंने विद्यार्थियों को हिंदी साहित्य के महत्व और काव्य रचनाओं के माध्यम से भाव व्यक्त करने के तरीकों के बारे में मार्गदर्शन दिया। उनके विचारों ने विद्यार्थियों को हिंदी साहित्य की गहनता और उसके संवेदनशील पहलुओं को समझने का अवसर प्रदान किया।
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हिंदी दिवस में छात्रों की भागीदारी
इसके बाद कार्यक्रम में हिंदी के महत्व पर आधारित स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने न केवल हिंदी भाषा के प्रयोग में अपनी दक्षता दिखाई, बल्कि रचनात्मकता और भावपूर्ण संदेश देने में भी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। स्लोगनों के माध्यम से उन्होंने समाज में हिंदी भाषा की गरिमा और भारतीय संस्कृति में उसकी भूमिका को उजागर किया।
साप्ताहिक गतिविधियों के दौरान हिंदी साहित्य पर आधारित निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने अपने विचारों और अनुभवों को हिंदी भाषा में अभिव्यक्त करते हुए निबंध प्रस्तुत किए। निबंधों की थीम में हिंदी भाषा की उपयोगिता, उसके सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व तथा आधुनिक युग में हिंदी के संरक्षण और संवर्धन पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस प्रतियोगिता ने विद्यार्थियों में लेखन क्षमता को बढ़ावा दिया और उनके विचारों को व्यवस्थित रूप से व्यक्त करने का अवसर प्रदान किया।
कार्यक्रम के अन्य आकर्षक पहलुओं में हिंदी भाषा और भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित प्रश्नमंच प्रतियोगिता शामिल थी। प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने ज्ञान, तर्क और समझ के माध्यम से भाग लिया। प्रश्नमंच ने न केवल विद्यार्थियों में उत्साह पैदा किया, बल्कि उन्हें हिंदी भाषा, साहित्य और भारतीय सांस्कृतिक परंपरा के विषय में गहन जानकारी प्राप्त करने का अवसर भी दिया।
कार्यक्रम के समापन पर हिंदी कवियों और लेखकों की प्रेरणादायक पुस्तकों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में विद्यार्थियों को हिंदी साहित्य की विविधता और उसके इतिहास से परिचित कराने का प्रयास किया गया। छात्रों ने प्रदर्शनी में भाग लिया और पुस्तकों के माध्यम से हिंदी साहित्य की गहराई और उसके सामाजिक-सांस्कृतिक महत्व को समझा।
प्रकोष्ठ प्रभारी प्रो. दिग्विजयसिंह खत्री ने बताया कि सभी प्रतियोगिताओं में विजेता छात्र और छात्राओं को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल विद्यार्थियों में हिंदी भाषा के प्रति रुचि बढ़ाते हैं, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास और रचनात्मक क्षमताओं को भी मजबूत बनाते हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में पंकज बैरवा, श्रीमती सुषमा यादव, डॉ. सुमन अवस्थी, डॉ. अनिता साहू, डॉ. आकांक्षा यादव और स्वस्तिक रावत की भूमिका सराहनीय रही। इन सभी शिक्षकों और सहयोगियों के प्रयासों ने इस साप्ताहिक कार्यक्रम को विद्यार्थियों के लिए यादगार और ज्ञानवर्धक बनाने में अहम योगदान दिया।
इस प्रकार, श्री माखनलाल चतुर्वेदी शासकीय महाविद्यालय में हिंदी दिवस समारोह ने न केवल विद्यार्थियों में हिंदी भाषा और साहित्य के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि उन्हें भारतीय ज्ञान परंपरा और संस्कृति के महत्व से भी परिचित कराया। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर उनके शैक्षणिक और साहित्यिक विकास में सहायक सिद्ध हुआ।