नर्मदापुरम : अंचल में शनिवार देर रात से जारी वर्षा ने लोगों के हाल बेहाल कर दिया। तेज वर्षा के चलते मुख्यालय की कई कालोनियां जलमग्न हो गईं तो वहीं ग्रामीण इलाकों में लोगों के घरों में पानी घुस गया। सोहागपुर में पलकमति उफान पर आ गई, वहीं डोलरिया में कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति बन गईं। सिवनीमालवा, इटारसी, बनखेड़ी, पिपरिया में भी जोरदार वर्षा से जनजीवन प्रभावित हुआ।
राहत इंतजाम में जुटा प्रशासन
मौसम विभाग ने अगले तीन दिन इसी तरह का मौसम रहने का अनुमान जताया है। वहीं प्रशासन ने लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुये राहत शिविर प्रारंभ कर दिए गए हैं। प्रशासन की टीम भी एक्टिव मोड पर काम कर रही है। कलेक्टर सोनिया मीना ने अनुभाग अधिकारियों को क्षेत्र में लगातार नजर बनाये रखने के निर्देश दिये हैं। नर्मदापुरम के साथ ही सोहागपुर, डोलरिया सहित अन्य क्षेत्रों में राहत शिविर खुलवाये गये हैं।
आवागमन बाधित
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के कई मार्गों के रपटों में पानी जमा होने के कारण यातायात बाधित हुआ है। शोभापुर पिपरिया मुख्य मार्ग, बनवारी मोकलवाड़ा रपटा, हथवास सिलारी रपट, नर गर परिषद बनखेड़ी क्षेत्रांतर्गत स्थित ओल नदी पर मार्ग बाधित हुआ है। कलेक्टर के निर्देश पर इन सभी स्थानों पर सुरक्षा के लिये कर्मचारी तैनात किये गये हैं। वर्षा के कारण जिन स्थानों पर जल जमाव हुआ है वहां पर पानी निकासी की व्यवस्था जेसीबी से कराई जा रही है।
11 मकान क्षतिग्रस्त
जिले में हुई तेज वर्षा के कारण 11 मकान क्षतिग्रस्त हुये हैं। वहीं एक महिला की मृत्यु होने की सूचना भी सामने आई है। इसी तरह एक अन्य महिला भी घायल हुई है। कलेक्टर सोनिया मीना सभी प्रकरणों में त्वरित चिकित्सा एवं आर्थिक सहायता के लिये निर्देशित किया है। प्रशासन की टीमें भी जगह जगह दौरा कर रही है। कई जगहों पर पानी निकासी नहींं से परेशानी खड़ी हुई है। शहर के ग्वालटोली स्थित राधे हाईटस के पास के इलाके में लोग घरों में कैद हो गये। इसी तरह नारायण नगर, शांति नगर में भी नाला ऊफान पर आने से लोग परेशान हुये।
सीवेज लाइन प्रोजेक्ट के काम ने बढ़ाई परेशानी
शहर में इन दिनों सीवेज लाइन प्रोजेक्ट का काम किया जा रहा है, लेकिन काम की गति नहीं है। जिसके कारण लोग पहले से ही परेशान थे। ऐसे में वर्षा ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। मालाखेड़ी रोड स्थित कलेक्टर बंगले के सामने की रोड पर किया जा रहा काम भी प्रभावित हुआ। यहां पर मिट्टी राेड पर बह गई। मिट्टी के कारण मार्ग पर फिसल हो गई जिसके चलते लोगों के वाहन भी बुरी तरह फिसल गये। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रोजेक्ट के तहत जो गड्ढे खोदे गये हैं उनमें भी पानी भर जाने के कारण परेशानी हुई।
आदमगढ़ बना टापू, रास्ते हुए बंद
आदमगढ़ा इलाका टापू में तब्दील हो गया था। चारों ओर से पानी जमा हो गया, जो लोगों के घरों में घुस गया था। बंगाली कालोनी, आदमगढ़, संजय नगर कालोनी में लोगों ने रतजगा किया। बंगाली कालोनी निवासी लोगों ने बताया कि मिट्टी को नाले में डालकर बंद कर दिया गया है जिसके कारण पानी निकासी ही नहीं है। लोगों ने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के अधूरे कार्य को लेकर भी नाराजगी जताई है। ग्राम पंचायत बैहराखेड़ा अंतर्गत ग्राम सुपरली में लोगों को घर छोड़कर दूसरे स्थान पर जाना पड़ा।
कहां कितनी हुई वर्षा
प्राप्त जानकारी के अनुसार डोलरिया में 141मिमी, सिवनीमालवा में 76 मिमी, माखननगर में 137 मिमी, पिपरयिा में 240 मिमी, बनखेड़ी में 127.8 मिमी, पचमढ़ी में 111.6 मिमी, सोहागपुर में 164 मिमी, नर्मदापुरम में 62 मिमी, इटारसी में 168.4 किमी वर्षा हुई है। नर्मदा व तवा का जलस्तर भी वर्षा के कारण बढ़ेगा। प्रशासन ने नदियों के किनारे के इलाकों में लोगों को सतर्क रहने के लिये निर्देशित किया है।
तवा डैम का बढ़ा जलस्तर
तवा डैम के कैचमेंट एरिया में वर्षा होने से जलस्तर बढा है। वर्तमान में डैम का जलस्तर 1136 फीट हो गया है। प्रतिघंटे डैम का जलस्तर 1 फीट बढ़ा है। सारणी डेम के सात गेटों को खोला गया है। सारणी डेम से 39 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। तवा डैम के गेटों को जलस्तर 1166 फीट होने पर खोला जायेगा।