एनसीपी में बगावत और बीजेपी-शिवसेना सरकार में शामिल होने के फैसले को सही ठहराते हुए अजित पवार ने कहा कि उनके सभी समर्थकों को कई तरीकों से फायदा होगा। कार्यकर्ताओं को कई पद दिए जाएंगे और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लंबित कार्य तेजी से पूरे होंगे।
एनसीपी तोड़कर बीजेपी-शिवसेना सरकार में शामिल हुए अजित पवार ने बुधवार को अपने गुट की पहली बैठक में शरद पवार को बूढ़ा होने के कारण रिटायर होने की नसीहत देते हुए कहा कि 2024 के चुनाव में पीएम मोदी का कोई विकल्प नहीं है। अजित पवार ने कहा कि पवार साहब आप सबके सामने मुझे विलेन बताते हैं। आपके लिए अभी भी सम्मान है, लेकिन आप 83 साल के हो गए हैं, आप कभी रुकेंगे या नहीं। कोई आईएएस अधिकारी भी 60 साल में रिटायर हो जाता है। बीजेपी में 75 साल में रिटायरमेंट की परंपरा है। हम सरकार चला सकते है, हम में ताकत है, फिर हमें मौका क्यों नही दे रहे हैं।
एनसीपी में बगावत और बीजेपी-शिवसेना सरकार में शामिल होने के अपने समूह के फैसले को सही ठहराते हुए अजित पवार ने कहा कि उनके सभी समर्थकों को कई तरीकों से फायदा होगा। एनसीपी लगभग 90 विधानसभा सीट, कई लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकेगी, विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में अटके हुए सभी कार्यों को अब पूरी गति से आगे बढ़ाया जाएगा। कार्यकर्ताओं को अन्य पद दिए जाएंगे और उन्हें शपथ दिलाई जाएगी कि वे विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लंबित कार्यों को बिना किसी भेदभाव के पूरा कराएं।
अजित पवार ने कहा कि हम 2014 या 2019 की तुलना में अधिक सीटें जीतेंगे। मैं पांच बार डिप्टी सीएम बना हूं और मैंने स्पष्ट कर दिया है कि मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं। मुझे ही हर बार विलेन क्यों बनाया जाता है? उन्होंने यह भी कहा कि शरद पवार के कारण ही एनसीपी को इतने सालों तक अपना सीएम नहीं मिला और अतीत में ऐसे कई मौके आए जब उन्होंने पार्टी की बात नहीं मानी और अलग रुख अपनाया।
अजित ने कहा कि साल 2004 में एनसीपी के कांग्रेस से ज्यादा विधायक थे। अगर हमने उस समय कांग्रेस पार्टी को सीएम पद नहीं दिया होता तो आजतक राज्य में सिर्फ एनसीपी का मुख्यमंत्री होता। उन्होंने कहा कि 2017 में भी बीजेपी से बात हुई थी। वर्षा बंगले पर छगन भुजबल, जयंत पाटील और अन्य नेताओं के साथ हम वहां गए थे। बीजेपी के कई नेता भी वहां थे। वहां हमारे बीच कैबिनेट में मंत्रालयों को लेकर और विभिन्न मंत्री पदों को लेकर चर्चा हुई लेकिन बाद में हमारी पार्टी ने कदम पीछे खींच लिए।
अजित पवार ने कहा कि साल 2024 में नरेंद्र मोदी ही चुनाव जीतेंगे। उनका कोई विकल्प नहीं है। हम शरद पवार का सम्मान करते हैं, उनका आशीर्वाद चाहते हैं। विपक्षी एकता का मजाक उड़ाते हुए उन्होंने कहा कि पटना की बैठक में विपक्षी दलों के नेता खाना खाने के बाद लौट गए। उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र का सीएम बनकर लोगों की भलाई के लिए कुछ योजनाएं लागू करना चाहता हूं। शरद पवार को सीधी चेतावनी देते हुए अजित पवार ने कहा कि अगर आप यात्रा निकालेंगे तो मैं भी पीछे नहीं रहूंगा। आपसे निवदेन करता हूं कि अब आराम करो।
दरअसल एनसीपी की लड़ाई अब अगले दौर में पहुंच गई है। आज शरद पवार और अजित पवार दोनों गुटों ने अपनी ताकत दिखाने के लिए मुंबई में अपनी-अपनी एनसीपी की अलग-अलग बैठकें बुलाई। खबर के मुताबिक, अजित पवार की बैठक में जहां 31 विधायक और 4 एमएलसी पहुंचे। वहीं, शरद पवार गुट की मीटिंग में 13 विधायक और चार सांसद पहुंचे। एनसीपी के कुल 53 विधायक हैं। ऐसे में 9 विधायक अब तक किसी गुट में शामिल नहीं हुए हैं। अब सारा खेल इन 9 विधायकों के ऊपर टिका है।