UPI, RuPay को 12 फरवरी को श्रीलंका, मॉरीशस में लॉन्च किया जाएगा

देश में पिछले कुछ वर्षों में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) सर्विस का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। विदेश में भी इसका एक्सपैंशन हो रहा है। इसी कड़ी में श्रीलंका और मॉरीशस में सोमवार को UPI सर्विस लॉन्च की जाएगी। इसके साथ ही मॉरीशस में RuPay कार्ड सर्विस को भी पेश किया जाएगा। इन सर्विसेज के लॉन्च के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, श्रीलंका के प्रेसिडेंट रनिल विक्रमसिंघे और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवीण जुगनाथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मौजूद होंगे।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में बताया, “इन सर्विसेज के लॉन्च से श्रीलंका और मॉरीशस जाने वाले भारतीयों के लिए UPI सर्विस उपलब्ध होगी। मॉरीशस में रुपे कार्ड सर्विसेज के लॉन्च से मॉरीशस के बैंक रुपे मैकेनिज्म पर बेस्ड कार्ड जारी कर सकेंगे और भारत और मॉरीशस में रुपे कार्ड का पेमेंट के लिए इस्तेमाल हो सकेगा।” एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्ट्री ने कहा कि फिनटेक इनोवेशन और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर में भारत एक अग्रणी देश के तौर पर उभरा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का देश के डिवेलपमेंट एक्सपीरिएंस और इनोवेशन को सहयोगी देशों के साथ साझा करने पर जोर है।

डिजिटल रुपये का दायरा भी बढ़ रहा है। इससे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) को पिछले वर्ष के अंत तक इसकी प्रति दिन 10 लाख ट्रांजैक्शंस का टारगेट पूरा करने में आसानी हुई है। सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) या ई-रुपये को कैश के डिजिटल विकल्प के तौर पर डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी के जरिए तैयार किया गया है।। ई-रुपये का ट्रायल RBI ने शुरू किया था। हालांकि, इसके बाद पिछले वर्ष अक्टूबर तक ये ट्रांजैक्शंस लगभग 25,000 प्रति दिन तक पहुंची थी। इसका यूज केस भी बढ़ाया गया था और इसे बड़ी संख्या में इस्तेमाल होने वाले यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) से जोड़ा गया था।

UPI में मोबाइल ऐप्स के जरिए रकम भेजने की सुविधा मिलती है। पिछले वर्ष के अंत में कुछ बड़े सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने एंप्लॉयी बेनेफिट स्कीम्स से जुड़ी रकम को एंप्लॉयीज के CBDC वॉलेट्स में ट्रांसफर किया था। इनमें HDFC Bank, Kotak Mahindra Bank, Axis Bank, Canara Bank और IDFC First Bank शामिल थे। इससे ये ट्रांजैक्शंस तेजी से बढ़ी हैं। RBI को उम्मीद है कि कुछ नॉन-फाइनेंशियल फर्में भी इस तरीके का इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे इन ट्रांजैक्शंस को और बढ़ाया जा सकेगा।

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