बताया जा रहा है कि यह सिद्ध बाबा फीमेल बाघिन थी, जिसकी उम्र करीब सात वर्ष है। यह बाघिन ताला जोन के चक्रधरा क्षेत्र में अक्सर अपने शावकों के साथ देखी जाती है। पर्यटक जब जंगल सफारी के दौरान ताला जोन की प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों का दीदार कर रहे थे, उसी दौरान उन्होंने नाले के पास झाड़ियों में बाघिन को बैठा देखा। नाले में एक झुंड सांभरों का पानी पी रहा था। कुछ ही पलों में बाघिन ने झाड़ियों से छलांग लगाई और तेज रफ्तार से सांभर पर झपट पड़ी। उसने एक सांभर को अपने मजबूत जबड़ों में दबोच लिया और शिकार को लेकर जंगल की ओर रवाना हो गई।
इस अद्भुत और रोमांचक दृश्य को देखकर पर्यटक स्तब्ध रह गए। कई पर्यटकों ने इस घटना का वीडियो बनाया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस दुर्लभ दृश्य को देखने का सौभाग्य बहुत कम पर्यटकों को मिलता है, और यह उनके लिए जीवनभर की अविस्मरणीय स्मृति बन गया।
गौरतलब है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 165 से अधिक बाघ और बाघिनें हैं। यहां का ताला जोन पर्यटकों के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय है, जहां अक्सर बाघ और अन्य वन्यजीवों की सीडिंग होती रहती हैं। बाघिनों की मौजूदगी और उनके शावकों का प्राकृतिक वातावरण में विचरण पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। इस घटना से साफ है कि बांधवगढ़ की जैव विविधता और वन्यजीवों का स्वाभाविक व्यवहार पर्यटकों को रोमांच और आश्चर्य से भर देता है। ऐसी घटनाएं न सिर्फ वन्यजीव संरक्षण के महत्व को दर्शाती हैं, बल्कि लोगों को प्रकृति से जुड़ने का भी अवसर प्रदान करती हैं।