इस संपूर्ण मामले से आहत होकर समाजसेवी नारायण यादव, जो कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के बड़े भाई भी हैं, ने अपने सीनियर एडवोकेट वीरेंद्र शर्मा के माध्यम से 10 करोड़ की मानहानि का नोटिस प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को भेजा है। नोटिस के माध्यम से समाजसेवी नारायण यादव के एडवोकेट वीरेंद्र शर्मा ने स्पष्ट लिखा है कि आपके इस कृत्य से मेरे पक्षकार को काफी हानि पहुंची है उनके पास लगातार प्रदेश भर से फोन आ रहे हैं जो कि पीड़ादायक है।
नोटिस में साफ कहा गया कि आप स्वयं जो कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर आसीन हैं उसके बावजूद आपने मेरे पक्षकार को टैक्स उगाई करने वाले व्यक्ति के रूप में भरी सभा में प्रचारित किया। आपके कृत्य से आपकी अपराधिक मनोदशा इंगित हो रही है। आप यह जानते थे कि जो कृत्य आप कर रहे हैं वह भारतीय न्याय संहिता की धारा 356 के अंतर्गत आता है जो की एक दंडनीय अपराध है। नोटिस में स्पष्ट लिखा गया कि जो अपराध आपने किया है उसके लिए मेरा पक्षकार सक्षम न्यायालय में उचित कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है , साथ ही सार्वजनिक रूप से की गई ठीक टीका टिप्पणी, मानहानि कारक शब्दों के उच्चारण, सोशल साइट पर प्रशासन के लिए मेरे पक्षकार को तत्काल 10 करोड़ रुपए की राशि अदा की जाए।