बुरी फसी मंदाकिनी…. जानिए अब चिंतामन थाने में पहुंचा FIR के लिए आवेदन
निरंजनी अखाड़े की निष्कासित महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। एक ओर उन पर साधु-संतों ने ठगी के आरोप लगाए हैं। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी महाराज के पास भी कई शिकायतें पहुंची हैं। दूसरी ओर, धोखाधड़ी के प्रकरण दर्ज करने के लिए थानों मे आवेदन पहुंच रहे हैं। अब तक मंदाकिनी पुरी के खिलाफ थाना चिमनगंज और महाकाल थाने मे महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी के प्रकरण दर्ज किए गए हैं। अब शहर के चिंतामण थाने में भी मंदाकिनी पुरी के खिलाफ एक आवेदन पहुंचा है। इस पर पुलिस जल्द ही जांच के बाद प्रकरण दर्ज करने की बात कर रही है।
चिंतामण थाना प्रभारी बल्लूसिंह मंडलोई ने बताया कि कथावाचक भगवान बापू ने महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर एक लाख रुपये की ठगी का आरोप मंदाकिनी पुरी पर लगाया है। भगवान बापू ने इस संबंध में थाने में आवेदन दिया है। इस आवेदन की जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में भगवान बापू का कहना है कि मार्च में मंदाकिनी पुरी उनके आश्रम पर पहुंची थीं। वहां उन्होंने यज्ञ के दौरान कथा करने के लिए भगवान बापू से निवेदन किया था। यज्ञ के कार्यक्रम में कथा करने का निवेदन स्वीकार करते ही मंदाकिनी पुरी ने भगवान बापू को मायाजाल में फंसाते हुए कहा था कि आप काफी समय से कथा कर रहे हैं। आपको तो महामंडलेश्वर बनना चाहिए। मंदाकिनी ने महामंडलेश्वर बनने के नाम पर कुल 16 लाख रुपये की डिमांड की गई थी जिसमें एक लाख रुपये की राशि मार्च माह में ही दे दी गई थी। अन्य 15 लाख की राशि लेने के लिए मंदाकिनी पुरी भगवान बापू पर दबाव बना रही थी। इस दौरान भगवान बापू ने निरंजनी अखाड़े के कार्यालय से यह जानकारी जुटा ली थी कि यहां पर महामंडलेश्वर बनाने के लिए कोई रुपये नहीं लिए जाते। महामंडलेश्वर बनने के लिए रुपया नहीं बल्कि योग्यता आवश्यक है। कथावाचक भगवान बापू ने बताया कि जब उन्होंने महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर 15 लाख रुपये की राशि नहीं दी और पूर्व में दिए एक लाख रुपये मांगे तो मंदाकिनी पुरी ने यह राशि देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद उन्होंने थाने पहुंचकर इस मामले में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने का निवेदन किया है।
अभी रिमांड पर, आज किया जाएगा न्यायालय मे पेश
निष्कासित महामंडलेश्वर मंदाकिनी पूरी को मंगलवार को थाना चिमनगंज पुलिस ने जिला चिकित्सालय से डिस्चार्ज होने के बाद गिरफ्तार किया था। उसे पूछताछ के लिए थाना चिमनगंज ले जाया गया था। इसके बाद महाकाल थाना पुलिस ने मंदाकिनी पुरी को न्यायालय में पेश कर एक दिन का रिमांड मांगा था। मंदाकिनी पूरी एक दिन के रिमांड पर है। उन्हें बुधवार को फिर से न्यायालय में पेश किया जाएगा।