
पुलिस गिरफ्त में आरोपी।
14 जून को उज्जैन पुलिस ने गेमिंग सट्टे पर बड़ी कार्रवाई इंदौर रोड स्थित 19 ड्रीम्स कॉलोनी और मुसद्दीपुरा क्षेत्र में की थी। पुलिस के साथ आईटी के अधिकारी भी गेमिंग सट्टे के मुख्य आरोपी पीयूष चोपड़ा से पूछताछ कर रहे हैं। पिछले एक सप्ताह तक तो पुलिस इस मामले को लेकर चुप रही, लेकिन गुरुवार शाम एसपी प्रदीप शर्मा ने अमर उजाला से खास बताचीत की। उन्होंने बताया कि पीयूष चोपड़ा 25 अप्रैल तक पुलिस रिमांड पर है। पूछताछ में पीयूष के लंदन, यूके और दुबई से कनेक्शन मिले हैं। यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर का है इसीलिए केंद्रीय एजेंसी के माध्यम से और भी जानकारी जुटाई जा रही है।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि गेमिंग सट्टे के मुख्य आरोपी पीयूष चोपड़ा के साथ अन्य 10 आरोपी 25 अप्रैल तक रिमांड पर हैं। पियूष से 14 करोड़ 98 लाख रुपयों के साथ कई देश की विदेशी मुद्रा और अन्य कीमती सामानों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपी पीयूष ऑनलाइन एप के माध्यम से बुकियों के संपर्क में रहता था। वह व्हाट्सएप, जूम, सिंथोरा और गोडैडी जैसे एप्प का काफी उपयोग करता था, इसीलिए इन कंपनियों से इस बारे में पत्राचार किया गया है। उसके बैंक अकाउंट की डिटेल भी निकाली जा रही है।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि इस मामले में ईडी से बातचीत हो रही है, जबकि आईटी के अधिकारी पीयूष से कई बार पूछताछ कर चुके हैं। इतनी अधिक संख्या में करोड़ों रुपए नगदी मिलने पर उन्होंने बताया कि हवाला के माध्यम से यह पूरा पैसा आने की बात पीयूष ने बताई है। उसने कुछ तारीख भी बताईं हैं, जिसके बारे में साइबर टीम जांच कर रही है। हालांकि, यह सारा रुपया मुख्य रूप से सट्टे का ही है। हम उन एजेंटों की जानकारी जुटा रहे हैं जो हवाले का काम करते हैं। इस मामले में जैसे-जैसे कार्रवाई आगे बढ़ेगी वैसे ही और भी आरोपी चिन्हित होंगे।
पुलिस ने की थी यह सामग्री जब्त
क्राइम ब्रांच और सायबर टीम ने विगत गुरुवार-शुक्रवार रात मुसद्दीपुरा और 19 ड्रीम्स कॉलोनी में दबिश देकर प्रदेश के सबसे बड़े सट्टा करोबार का पर्दाफाश किया था। आईजी संतोष कुमार ने मामले का खुलासा करते हुए 14 करोड़ 98 लाख कैश, 41 मोबाइल, 19 लेपटॉप के साथ अन्य उपकरण और 9 आरोपियों को हिरासत में लेने की बात कहीं थी। इस मामले में सट्टा गेमिंग का मुख्य किंग पीयूष चोपड़ा को फरार बताया गया था। लेकिन, दूसरे दिन सट्टा किंग पीयूष ने पुलिस सामने सरेंडर करने की बात भी सामने आई थी।
25 तक पुलिस रिमांड पर है पीयूष
पुलिस के समक्ष सरेंडर करने के तीन दिन बाद नीलगंगा पुलिस ने उसे द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी के समक्ष पेश किया। जहां से उसे सात दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा दिया गया।