श्रीकृष्ण रूप में सजे बाबा महाकाल।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर जहां कृष्ण मंदिरों में भगवान का आकर्षक शृंगार किया जा रहा है। वहीं, इस पर्व की धूम बाबा महाकाल के आंगन में भी नजर आ रही है। आज सुबह भस्म आरती के दौरान पहले बाबा महाकाल का श्री कृष्ण स्वरूप में शृंगार किया गया। उसके बाद बाबा महाकाल ने भस्म रमाई। उनके इस दिव्य दर्शनों का लाभ हजारों श्रद्धालुओं ने लिया।
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में गुरुवार तड़के तीन बजे मंदिर के कपाट खोलने के पश्चात भगवान महाकाल को जल से स्नान कराया गया। पंडे पुजारियों ने दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से बाबा महाकाल का अभिषेक पूजन किया। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व होने से भगवान महाकाल को मोर पंख और आभूषण अर्पित कर श्रीकृष्ण भगवान के स्वरूप में शृंगार किया गया। भस्म आरती के दौरान महाकाल का भांग, चंदन, सिंदूर और आभूषणों अर्पित किए गए। मस्तक पर चंदन का तिलक और सिर पर शेषनाग का रजत मुकुट धारण कर रजत की मुंडमाला और रजत जड़ी रुद्राक्ष की माला के साथ साथ सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला अर्पित की गई। फल और मिष्ठान का भोग लगाया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महानिर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी।
सांध्य आरती में भी कृष्ण स्वरूप में सजे थे बाबा महाकाल
बताया जाता है कि बाबा महाकाल के दरबार में बुधवार से ही श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व की शुरुआत हो गई थी। इसीलिए सांध्य आरती के समय भी बाबा महाकाल का श्री कृष्ण स्वरूप में ही शृंगार किया गया था। जिसका धर्म लाभ हजारों श्रद्धालुओं ने लिया।