मक्सी रोड क्षेत्र में सुबह के समय बिजली के तारों की चपेट में आने से एक बंदर की मौत हो गई। स्थानीय लोग इस घटना से दुखी थे, लेकिन अंतिम संस्कार को लेकर असमंजस में थे। जब हिंदूवादी संगठनों को इस बारे में पता चला, तो उन्होंने बंदर को ‘वानर राज’ का दर्जा देते हुए उसकी अंतिम यात्रा निकाली और पूरे हिंदू रीति-रिवाजों से अंतिम संस्कार किया।
विधि-विधान से अंतिम संस्कार
बजरंग दल माधव प्रखंड के सहसंयोजक नितिन मालवीय ने बताया कि सूचना मिलते ही विश्व हिंदू परिषद और सनातन धर्मावलंबियों ने मिलकर वानर राज की अंतिम यात्रा निकाली। ढोल-नगाड़ों के साथ उसकी अर्थी सजाई गई, धार्मिक मंत्रोच्चारण किया गया और पूरे सम्मान के साथ उसे विदाई दी गई। जेसीबी मंगवाकर उचित स्थान पर गड्ढा खुदवाया गया और वहां विधिपूर्वक दाह संस्कार संपन्न हुआ।
धार्मिक आस्था और भावनात्मक जुड़ाव
विश्व हिंदू परिषद के राम यादव ने बताया कि सनातन धर्म में वानर को बजरंगबली का प्रतीक माना जाता है। इसी आस्था के चलते श्रद्धालुओं ने पूरे सम्मान के साथ बंदर की अंतिम यात्रा निकाली और विधिवत संस्कार किया। जब अंतिम यात्रा निकाली गई, तो बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। फूलों से सजी अर्थी पर वानर को रखा गया और सभी ने श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।
वानरराज को दफनाने के लिए जेसीबी से खोदा गड्ढा
वानरराज को दी अंतिम विदाई
वानरराज की अंतिम यात्रा