बताया जाता है कि दीपक शर्मा भाजपा के सांदीपनी बूथ के अध्यक्ष हैं। उनकी पत्नी सीमा, बेटी पलक शर्मा और बेटा रूद्र शर्मा 30 जून को अचानक कहीं चले गए थे। दीपक शर्मा जब दोपहर को घर लौट लौटा तो उसे पता चला था कि परिवार के लोग किसी की गमी के कारण कहीं चले गए हैं। शाम तक दीपक शर्मा ने परिवार के लोगों का आने का इंतजार किया, लेकिन जब देर रात तक कोई नहीं आया तो उसने पत्नी और बेटी के मोबाइल पर फोन लगा कर देखा था जब यह भी स्विच ऑफ आया तो उसने इस परिवार के लोगों को ढूंढना शुरू किया। इस बात की शिकायत चिमनगंज थाने में भी करने पहुंचा था, लेकिन पुलिस ने इस मामले में 1 जुलाई को प्रकरण दर्ज किया। घर से अचानक पत्नी, बेटी और बेटे का गायब होने पर दीपक शर्मा ने घर की तलाशी ली तो उसे दलाली के लगभग चार लाख रुपए गायब मिले साथ ही यहां ऐसा कोई चिट्ठी या पत्र भी नहीं मिला जिसमें उनके जाने का कोई संकेत लिखा हो।
दीपक से परेशान था परिवार
एडिशनल एसपी नितेश भार्गव का कहना है कि इस पूरे गुमशुदगी के मामले में दीपक जो भी कह रह रहा है वह पूरी तरह सच नहीं है। हमने जब विवेचना की तो पता चला कि दीपक का व्यवहार उसके परिवार के प्रति ठीक नहीं था। उसका परिवार हो सकता है उसकी प्रताड़ना से परेशान होकर कहीं चला गया हो। साथ ही आपने कहा कि घर से दलाली के चार लाख रुपए ले जाने की बात भी सही नहीं लग रही है, क्योंकि अब तक ऐसे कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं, जिससे यह कहा जा सके की दीपक पूरी तरह सच बोल रहा है।
जिन्हें चुनाव जिताया कोई काम ना आया
आज सुबह पुलिस कंट्रोल रूम पर पुलिस से फिर से गुहार लगाने पहुंचे दीपक शर्मा ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधा और कहां है कि मैंने पार्टी के प्रति पूरी ईमानदारी से काम किया, लेकिन आज जब मेरा बुरा समय आया तो कोई भी मेरा काम करने को तैयार नहीं है कोई दिल्ली में है तो कोई भोपाल में।