
थाना महाकाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
महाकाल थाना एएसआई बलराम थिरोदा ने बताया कि 24 अगस्त को बड़नगर मार्ग पर पंचायती आनंद अखाड़ा के सेवादार सीताराम उर्फ बंटी पिता रघुनंदन पांचाल ने थाने आकर शिकायत दर्ज कराई थी कि अखाड़े में महाराज समुद्रगिरि के कक्ष का ताला तोड़कर अज्ञात बदमाशों ने चोरी को अंजाम दिया है। बदमाश चांदी की तलवार, 2 चांदी की नाग प्रतिमा और नगदी ले गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
बदमाशों का पता लगाने के लिए थाना प्रभारी अजय वर्मा ने एएसआई चंद्रभानसिंह, आरक्षक चैनसिंह, मुनेन्द्र कंसाना, अरूण चौहान, प्रधान आरक्षक राजपाल यादव, मनीष यादव की टीम बनाई। इस दौरान कैमरों के फुटेज देखे गए और आसपास के लोगों से पूछताछ की गई। पता चला कि दो युवक दिखाई दिए थे। जिनकी पहचान करने पर सामने आया कि रंजीत हनुमान मंदिर के पास नागा तलाई के रहने वाले नाबालिग हैं। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उन्होंने चोरी करना कबूल कर लिया। उनकी निशानदेही पर चांदी की तलाश, नाग प्रतिमा और 35 सौ रुपए नगद और त्रिशूल बरामद किया गया है। त्रिशूल का उपयोग महाराज के कक्ष का ताला तोड़ने के लिए किया गया था।
नासिक गए हुए हैं अखाड़े के महाराज
एएसआई थिरोदा ने बताया कि दोनों नाबालिग पूर्व में अखाड़े में झाडू-पोंछा लगाने का काम करते थे। बाद में काम छोड़ दिया। उन्हें अखाड़े की पूरी जानकारी थी। कुछ दिन पहले अखाड़े के महाराज समुद्रगिरि के बड़े गुरु धनराजगिरि ने देह त्याग दी थी। जिसके चलते महाराज समुद्रगिरि उनकी 16वीं में नासिक गए थे। इसी बात का फायदा दोनों नाबालिगों ने उठाया और महाराज के कक्ष का ताला तोड़कर वारदात को अंजाम दिया।