दरअसल, चौकीदार बृजेंद्र तेकाम बीती रात मोबाइल नेटवर्क न मिलने के कारण कैंप से बाहर आकर फोन पर बात कर रहा था। इसी दौरान एक टाइगर ने उस पर अचानक हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बृजेंद्र के कंधे पर गंभीर चोट आई। घटना के समय मौजूद दूसरे चौकीदार रामदास ने उसकी चीख-पुकार सुनकर उसे टाइगर से बचाया और तुरंत कैंप के भीतर लाया। रामदास ने बताया कि बृजेंद्र कैंप से करीब 10 मीटर की दूरी पर जाकर मोबाइल पर बात कर रहा था, तभी टाइगर ने पीछे से उस पर झपट्टा मार दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया। इस दौरान टाइगर लगभग आधे घंटे तक कैंप के आसपास ही घूमता रहा, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। घायल चौकीदार को तत्काल सरकारी वाहन से मढ़ई लाया गया और प्राथमिक उपचार के लिए सोहागपुर अस्पताल भेजा गया। वहां से प्राथमिक इलाज के बाद उसे जिला अस्पताल नर्मदापुरम रेफर किया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
मढ़ई क्षेत्र के रेंजर प्रेमनारायण ठाकुर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि यह घटना रात करीब 8 बजे की है। चौकीदार मोबाइल नेटवर्क न मिलने के कारण कैंप से बाहर गया था, उसी दौरान टाइगर ने हमला कर दिया। दूसरे चौकीदार की सतर्कता और साहस से घायल बृजेंद्र की जान बचाई जा सकी। वन विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम करने की बात कही है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं रोकी जा सकें।