खाली हाथ नप : हालात ऐसे कि अपने कर्मचारियों को वेतन देने के भी पैसे नहीं

नपा में अधिकारी-कर्मचारियों की संख्या- करीब 135 हर माह वेतन की राशि- करीब 32 लाख

माखननगर/दीपक शर्मा : विधानसभा चुनाव बीतनेे के बाद आधा दिसंबर माह बीतने के बाद भी नगर पालिका के अधिकारी व कर्मचारी की माह की एक तारीख नहीं आई है। वजह अब तक वेतन नहीं मिला है। पिछले दो माह से अपने कर्मचारियों व सभी शाखाओं के अधिकारियों को देने तक के पैसे नहीं है। शहर विकास तो दूर कर्मचारियों को ही वेतन देने के पैसे नप के पास नहीं बचे है। सफाई कर्मचारियों का वेतन ही नप कर रही है लेकिन अधिकारियों व आफिस स्टाफ बचे हुए।अधिकारियों को कब वेतन मिलेगा इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। ऐसे में नप में सन्नाटा पसरा है तो हर एक शाखा में सिर्फ वेतन को लेकर ही बात हो रही है। हर माह नपा से 135 अधिकारी-कर्मचारियों को करीब 29 लाख रुपए की राशि वेतन के रुप में दी जाती है। जो इस बार बजट के अभाव में नहीं मिली। अनुदान तो कर वसूली भी पूरी नहीं

अनुदान भी कम तो कर वसूली भी पूरी नहीं

नगर परिषद की अचानक से आर्थिक स्थिति इतनी अधिक बिगड़ गई कि शहर का विकास तो दूर अपने ही कर्मचारी व अधिकारियों को वेतन तक नहीं दे पा रही है। इसका कारण भी यह है कि विगत महीनों से शासन से भी अनुदान के रुप में मिलने वाली बजट की राशि समय पर व पर्याप्त नहीं मिल रही है तो करों की वसूली भी क्षतप्रतिशत नहीं हो रही है। इन कारणों से आर्थिक स्थिति बिगड़ गई और कर्मचारी व अधिकारियों को वेतन भी नहीं मिल पा रहा है।

135 कर्मचारी को हर माह देना होता है 32 लाख वेतन

नगर पालिका में सीएमओ से लेकर इंजीनियर, टाईम कीपर से लेकर सफाई कर्मचारियों के अलावा सभी श्रेणी के मिलाकर करीब 135 अधिकारी व कर्मचारी है। जो पूरे शहर की व्यवस्था से लेकर विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के साथ अपनी नोकरी कर रहे है। इन सभी को हर माह करीब 32 लाख रुपए की राशि वेतन के रुप में दी जाती है। 32 लाख में इन अधिकारी-कर्मचारी को वेतन मिलता है, लेकिन इस बार अधिकारियों से लेकर हर एक कर्मचारी को वेतन का इंतजार है। दिसंबर माह भी आधा बीत चुका है लेकिन नवंबर माह का वेतन अब तक नहीं मिला है। ऐसे में कर्मचारी अधिकारियों से वेतन की मांग कर रहे है लेकिन अधिकारी तो किसी से भी मांग नहीं कर पा रहे है।

वेतन बाकी को करना पड़ेगा इंतजार

9 दिसंबर को नेशनल लोक अदालत में नगर पालिका ने करीब दो लाख रुपए से अधिक की वसूली की थी। अब इस राशि से सफाई कर्मचारियों को बकाया वेतन देने की तैयारी की जा रही है। हालांकि अभी सभी को वेतन के लिए 32 लाख की बड़ी राशि की दरकार है। बजट के अभाव में नप के सभी तकनीकि से लेकर अन्य शाखाओं के अधिकारी-कर्मचारी को वेतन के लिए इंतजार करना पड़ेगा। लेकिन नपा के अधिकारी अभी यह भी नहीं बता पा रहे है कि वेतन का इंतजार कब पूरा होगा।

आर्थिक स्थिति ठीक नहीं इसलिए नहीं मिला वेतन

नगर परिषद सीएमओ जीएस राजपूत में देनवापोस्ट को बताया कि नगर परिषद की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। शासन से अनुदान में कटौती हो रही है तो कर की वसूली भी पूरी नहीं हुई। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं इसलिए वेतन नहीं मिला। अनुदान बढ़ाने का अनुरोध किया है अभी लोक अदालत में कुछ वसूली हुई है। उससे सफाई कर्मचारियों को वेतन दे रहे है।

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