स्टोक्स की नाराजगी: “मैच का नतीजा तय था, भारत ने खिलाड़ियों को अनावश्यक थकाया”

जडेजा और सुंदर के शतकों पर इंग्लैंड कप्तान की टिप्पणी, फिर भी भारत को सराहा

लंदन/रांची।
भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट ड्रा रहा, लेकिन मैच के अंतिम दिन कप्तान बेन स्टोक्स नाराज नज़र आए। उनका कहना था कि भारत ने जब मैच का परिणाम तय हो चुका था, तब भी पारी घोषित नहीं की और इंग्लैंड के गेंदबाजों को ज़रूरत से ज़्यादा गेंदबाजी के लिए मजबूर किया।

स्टोक्स ने बताया कि उन्होंने अंतिम ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान मैच को ड्रा घोषित करने की पेशकश की थी, लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर अपने शतकों के करीब थे, इसलिए भारत ने खेल जारी रखा। अंततः दोनों ने शतक पूरे किए और इसके बाद ही भारत ने पारी समाप्त की।

स्टोक्स ने कहा, “मैं अपने किसी भी मुख्य गेंदबाज को थकावट या चोट के जोखिम में नहीं डालना चाहता था। डॉसी पहले ही काफी ओवर डाल चुके थे। इसलिए मैंने हैरी ब्रूक और जो रूट को गेंदबाजी सौंपी, ताकि मुख्य गेंदबाजों को आराम मिल सके।”

स्टोक्स का ऑलराउंड प्रदर्शन
इस मुकाबले में स्टोक्स ने बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन किया – शतक भी लगाया और भारत की पहली पारी में 5 विकेट लेकर मैच को बराबरी पर लाया। उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

भारतीय वापसी की कहानी
भारत की दूसरी पारी की शुरुआत खराब रही, जब पहले ओवर में यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन आउट हो गए। इसके बाद केएल राहुल और शुभमन गिल ने तीसरे विकेट के लिए 188 रन की साझेदारी की, वहीं जडेजा और सुंदर ने पांचवें विकेट के लिए नाबाद 203 रन जोड़कर मैच ड्रॉ करा दिया। राहुल ने 90, गिल ने 103, जडेजा ने नाबाद 107 और सुंदर ने नाबाद 101 रन बनाए।

भारत को मिला श्रेय
हालांकि नाराजगी के बावजूद स्टोक्स ने भारतीय बल्लेबाज़ों की सराहना की। उन्होंने कहा, “जडेजा और सुंदर ने जिस तरीके से खेला, उनके धैर्य और तकनीक को श्रेय देना होगा। हमने उन्हें आउट करने के लिए हर मुमकिन कोशिश की, लेकिन उन्होंने दबाव को बखूबी झेला।”

उन्होंने यह भी जोड़ा, “अब तक यह सीरीज़ उतार-चढ़ाव भरी रही है। दोनों टीमें एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रही हैं और भारत की संघर्ष भावना प्रशंसनीय है।”

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