एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, देश में बिकने वाले स्मार्टफोन्स में इस्तेमाल होने वाले मेमोरी चिप्स की कॉस्ट बढ़ सकती है। मेमोरी चिप बनाने वाली दक्षिण कोरिया की Samsung और Micron मौजूदा तिमाही में अपने DRAM चिप का प्राइस 20 प्रतिशत तक बढ़ा सकती हैं। इस इंडस्ट्री से जुड़े एक एग्जिक्यूटिव के हवाले से इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इससे आगामी तिमाही में स्मार्टफोन महंगे हो सकते हैं। हाल ही में स्मार्टफोन के कंपोनेंट्स पर ड्यूटी में कमी से प्राइसेज में बढ़ोतरी कुछ कम हो सकती है। इसके अलावा स्मार्टफोन मेकर्स नए स्मार्टफोन्स में मेमोरी कन्फिग्रेशन को घटाकर कॉस्ट पर नियंत्रण कर सकते हैं।
पिछले वर्ष की चौथी तिमाही में देश में स्मार्टफोन की शिपमेंट्स लगभग 25 प्रतिशत बढ़ी हैं। इस मार्केट में 18 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ चीन की Xiaomi पहले स्थान पर पहुंच गई है। शाओमी को Redmi 13C के साथ 5G सेगमेंट में कम प्राइस वाली कैटेगरी में स्मार्टफोन पेश करने का फायदा मिला है। चीन की एक अन्य स्मार्टफोन मेकर Vivo ने दूसरे स्थान को बरकरार रखा है।
सैमसंग लगातार चार तिमाहियों तक इस मार्केट में पहले रैंक पर रहने के बाद गिरकर तीसरी पोजिशन पर चली गई है। चीन की स्मार्टफोन कंपनियों Realme और Oppo का क्रमशः चौथा और पांचवां स्थान है। मार्केट रिसर्च फर्म Counterpoint की रिपोर्ट में बताया गया है कि स्मार्टफोन की कुल शिपमेंट्स में 10,000 रुपये से 15,000 रुपये के 5G स्मार्टफोन की हिस्सेदारी 24 प्रतिशत की रही है। प्रीमियम स्मार्टफोन के सेगमेंट में 51 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अमेरिकी डिवाइसेज कंपनी Apple ने 17 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ इस सेगमेंट में पहला स्थान हासिल किया है। कंपनी को iPhone 15 सीरीज के लॉन्च से फायदा मिला है। सैमसंग को झटका लगा है और यह 16.8 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ तीसरे स्थान पर रही है। चीन की Realme ने 11 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ चौथा स्थान हासिल किया है।