निलंबित
मारपीट के इस मामले को लेकर भीम आर्मी ने भी खोड पुलिस चौकी पहुंचकर ज्ञापन दिया था और डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद पुलिस ने संबंधित डॉक्टर पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। अब संबंधित डॉक्टर को विभाग ने निलंबित कर दिया है और क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य केंद्र सेवाएं ग्वालियर में उनको अटैच किया गया है।
बताया जाता है कि 31 जुलाई की रात में चंदन जाटव, गौरव जाटव, भानु जाटव एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। इन घायलों को 108 एंबुलेंस की मदद से शिवपुरी जिले के खोड़ स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया। यहां पर घायलों के उपचार को लेकर डॉक्टर मौजूद नहीं थे लेकिन प्रभारी डॉक्टर अनुराग तिवारी को कई बार कॉल किया गया, लेकिन वह नहीं आए। इस दौरान इन घायल ग्रामीणों ने सीएम हेल्पलाइन पर अपनी शिकायत दर्ज करा दी। इसके बाद डॉक्टर को इस शिकायत का पता चला तो अस्पताल पहुंचे और वहां पर पहुंचकर घायलों की पिटाई कर दी थी। पिटाई के दौरान दूसरे लोगों ने इसका वीडियो बना लिया और यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
मामला तूल पकड़ा तो दोनों पक्षों ने दिया था ज्ञापन
डॉक्टर द्वारा तीन घायलों की पिटाई लगाए जाने के बाद यह मामला तूल पकड़ने पर भीम आर्मी के लोगों ने खोड पुलिस चौकी पर पहुंचकर इस मामले में संबंधित डॉक्टर पर मामला दर्ज करने की मांग की। इसके बाद डॉक्टर के पक्ष में भी नर्स व ब्राहण समाज के लोगों ने एसपी को ज्ञापन देकर इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की थी। इस मामले में डॉ अनुराग तिवारी का कहना था कि 31 जुलाई की रात को तीन घायल अस्पताल पहुंचे थे जो तीनों ही नशे में थे। तीनों का उपचार किया था लेकिन इन तीनों युवकों ने अस्पताल में हंगामा किया था। यह तीनों जच्चा बच्चा वार्ड में घुस गए इस दौरान मारपीट हुई।