पुलिस की गिरफ्त में आरोपी आशिक
शाजापुर पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह राजपूत ने बताया कि 35 वर्षीय अबरार पिता सरदार खान की हत्या धारदार हथियार से गला काटने से हुई थी। पुलिस ने आरोपी पर दस हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस द्वारा मृतक अबरार के मोबाइल का कॉल रिकार्ड निकालवाया गया तो आखिरी बार 10 से 12 बार एक ही नंबर पर बात होना पाया गया, बातचीत वाले मोबाइल नंबर के आधार पर आशिक पर पुलिस को शक हुआ। मृतक अबरार की लास्ट लोकेशन के आधार पर शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे को चेक किया गया तो पता चला कि मृतक अबरार अपनी पल्सर बाइक से एक व्यक्ति के साथ महुपुरा टंकी चौराहा होते हुए बेरछा रोड मनोरमा गार्डन की तरफ जाते हुए दिखाई दिया। बाइक पर पीछे बैठे व्यक्ति की पहचान आशिक पिता अजीज खां (35) निवासी लालपुरा के रूप में हुई। मोबाइल और सीसीटीवी फुटेज में एक ही व्यक्ति सामने आने पर उसे पुलिस ने हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू की।
शुरुआजी पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। उसने बताया कि मनोरमा गार्डन के बाद वह अबरार की गाड़ी से उतर गया था। घटना के बाद आरोपी आशिक करीबन 30 मिनट बाद मनोरमा गार्डन स्थित कैमरे पर पैदल आता हुआ दिखाई दिया, उसके कपड़ों पर लगे खून के धब्बे भी स्पष्ट दिखाई दे रहे थे। जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह मृतक अबरार के ब्याज का पैसा डायरी के माध्यम से चलाया जा रहा था, पिछले 2-3 साल से वे यह काम कर रहे थे, दोनों आपस में घनिष्ठ मित्र थे। ब्याज के पैसे की किस्त लेने मृतक अबरार आरोपी आशिक के घर बिना बताए आ जाया करता था, यह बात आरोपी आशिक को अच्छी नहीं लगती थी। इसे लेकर पहले भी आशिक ने अबरार को समझाया था, लेकिन अबरार ने घर आना-जाना नहीं छोड़ा। घटना वाले दिन भी अबरार आरोपी के घर सांपखेडा में कोई उधार की डायरी देने की बात का बहाना बनाकर शाम करीब 7.30 बजे पहुंचा। यह बात आशिक को अच्छी नहीं लगी और उसने अबरार की हत्या करने का मन बना लिया। इसके बाद आशिक ने घर से एक चाकू उठा लिया। बेरछा रोड स्थित सांपखेड़ा नहर के रास्ते पर जाते समय अंधेरे का फायदा उठाकर उसने अबरार का चलती गाड़ी पर गला काट दिया। अत्याधिक खून बहने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।