पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह बुधवार को शाजापुर पहुंचे। वह यहां कई कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने राजपूत समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में भाग लिया और उसके बाद वे बस स्टैंड पर कांग्रेस के धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। दरअसल प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस के नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में चार्जशीट दाखिल की है। चार्जशीट में राहुल सोनिया के नाम आने को लेकर बस स्टैंड पर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। इसमें दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए और एसडीएम को ज्ञापन साैंपा। दिग्विजय सिंह ने सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना की है। कहा कि गांधी परिवार ने कभी भी नेशनल हेराल्ड से एक रुपया भी नहीं लिया। गांधी परिवार का कोई लेन-देन नहीं है, फिर भी उन्हें फंसाया जा रहा है।
तुष्टिकरण के सवाल पर उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा मुझसे ज्यादा संस्कारित सनातन धर्म का पालन करने वाला उनकी पार्टी में कोई नहीं होगा। मैं आस्था के साथ सनातन धर्म का पालन करता हूं, उसे बेचता नहीं हूं। उसका व्यवसाय नहीं करता हूं,उसका व्यापार नहीं करता हूं। उसका राजनीतिकरण नहीं करता। ग्राम जाईहेड़ा में मीडिया से चर्चा में उन्होंने बाबा रामदेव के पंतजलि के उत्पादों को लेकर कहा कि रामदेव नकली दवाइयां बनाकर बेचता है। इसके कई प्रोडेक्ट बैन कर दिए गए हैं। कुछ दवाइयों पर तो सुप्रीम कोर्ट ने एक हजार करोड़ का जुर्माना किया है। वह एक ओर मुसलमान को गाली दे रहा है, दूसरी ओर अपने उत्पाद दुबई में बेचने के लिए जमात ए उलेमा से हलाल का सर्टिफिकेट ले रहा है।
भाजपा विधायक गोलू शुक्ला के बेटे के मामले में उन्होंने कहा कि पुजारी पर समझाैते का दबाब बनाया गया। उन्होंने मुस्लिम समुदाय द्वारा आयोजित सद्भावना सम्मेलन में भाग लिया और मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार को घेरा। कहा कि ऐसे अनेक अवसर देखने को मिलते हैं, जब शिकायत करने के बाद भी पुलिस प्रकरण दर्ज नहीं करती है। दूसरी तरफ पुलिस झूठी शिकायत दर्ज करती है।