शहडोल जिले के कोनी क्षेत्र में हुए एक दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर यह उजागर कर दिया है कि ठेकेदारी और प्रशासनिक लापरवाहियों का खामियाजा अंततः गरीब मजदूरों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ता है। वार्ड क्रमांक 1 कोनी में सीवरेज लाइन बिछाते वक्त मिट्टी धसकने से दो सगे भाई, मुकेश बैगा और महिपाल बैगा की मौत हो गई।
मौत का गड्ढा
घटना मेसर्स पी.सी. स्नेहल कंस्ट्रक्शन प्रा. लि., अहमदाबाद द्वारा किए जा रहे सीवरेज निर्माण कार्य के दौरान हुई। बिना किसी सुरक्षा प्रोटोकॉल के गहरे गड्ढे में उतरे मजदूर मिट्टी धसकने के चलते उसमें दब गए। प्रशासन को शव निकालने में 12 घंटे लग गए — जो खुद में इस बात का प्रमाण है कि न तो तत्काल रेस्क्यू सिस्टम तैयार था और न ही सुरक्षा मानकों का कोई पालन।
FIR दर्ज: अब जवाबदेही की बारी
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और प्रारंभिक पुलिस जांच में साफ कहा गया है कि यह घटना ठेकेदार कंपनी की लापरवाही का परिणाम थी। इसके आधार पर थाना सोहागपुर में भारतीय न्याय संहिता की धारा 106 बीएनएस के तहत पांच लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है।
इन पर दर्ज हुआ मामला:
1. आर. राजू – प्रोजेक्ट मैनेजर, पीसी स्नेहल कंस्ट्रक्शन प्रा. लि.
2. नितेश मित्तल – प्रोजेक्ट मैनेजर, पीसी स्नेहल कंस्ट्रक्शन प्रा. लि.
3. राहुल साहू – सुपरवाइजर
4. जेनेन्द्र सिंह यादव – सब इंजीनियर, मप्र अरबन डेवलपमेंट कंपनी, शहडोल
5. पूजा नायक – निवासी ओदरी बकेली थाना, पाली (उमरिया जिला)
थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे के अनुसार, “जांच अभी जारी है और सभी तथ्यों की गंभीरता से पड़ताल की जा रही है।”