सीमा और सचिन
जेल से बाहर आकर और सचिन के घर पहुंचकर सीमा हैदर ने हिंदुस्तान और हिंदुस्तानियों की खुले दिन से प्रशंसा की। सीमा ने बताया कि पाकिस्तान में महिलाओं पर घर में बंदिश रहती है। वह सिनेमाघर में फिल्म नहीं देख सकती थी। सोशल मीडिया पर वीडियो बनाना भी वहां महिलाओं के लिए आसान नहीं है।
सीमा ने बताया कि पाकिस्तान में अगर कोई मुस्लिम महिला हिंदू से शादी करती हो तो उसे स्वीकार नहीं किया जाता, उसे मार दिया जाता है। इसलिए उसने अपील की उसे पाकिस्तान न भेजा जाए, अगर भेजा गया तो उसे मार दिया जाएगा। पुलिस हिरासत में और जेल में भी उसे कोई परेशानी नहीं हुई। उसके और उसके बच्चों के साथ सभी ने अच्छा व्यवहार किया। आरती पूजा नाम की सुरक्षाकर्मियों ने उसका व उसके बच्चों का पूरा ख्याल रखा। महिला बंदी अधिकतर एक दूसरे से जेल में मतलब नहीं रख रहीं थीं। लेकिन अधिकांश बंदियों ने उसके साथ दोस्ताना व्यवहार किया और बच्चों को खूब प्यार दिया।
सीमा ने कहा कि सचिन के घर में भी उस पर कोई पाबंदी या बंदिश नहीं दिखाई दी। वह खुलकर मीडियाकर्मियों व उससे मिलने वाली महिलाओं से बात कर रही थी। वह अब सचिन से काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर में शादी कर चुकी है। अब हिंदू धर्म अपनाने के बाद वह समाज के बीच फिर से कोर्ट मैरिज करेगी। उसने सरकार से भारत की नागरिकता देने की मांग की है। सीमा ने बताया कि उसे विश्वास नहीं था कि वह इतनी जल्द जेल से बाहर आ जाएगी लेकिन भरोसा था कि उसे जल्द न्याय मिलेगा।