
नर्मदापुरम जिले के ग्राम गुडला शुक्करवाड़ा में अप्रैल माह से गांव में बाघ का मूवमेंट बना हुआ है। यह बाघ रातापानी के जंगलों से होता हुआ नर्मदा नदी पार कर ग्राम में पहुंच गया। हालाकि इस बीच इस बाघ ने किसी प्रकार की जन हानि नहीं पहुंचाई है। आज सुबह आठ बजे से बाघ के रेस्क्यू के लिए अब STR प्रबंधन लगा हुआ है जिसमें 150 से अधिक कर्मचारियों एवं डॉक्टर, एसटीआर के दो हाथी और वाइल्ड लाइफ की टीम मिलकर बाघ का रेस्क्यू कर रहे हैं। लेकिन खबर लिखे जाने तक बाघ का कोई मूवमैंट नहीं मिला।

STR से बुलाए 2 हाथी, ड्रोन से तलाश
ग्राम गुड़ला शुक्करवाड़ा में बाघ की निगरानी करने के लिए एसटीआर से दो हाथियों का सहारा लिया जा रहा है, इसके अलावा ट्रैप करने के लिए कैमरे भी 8 से बढ़कर अब 25 कैमरे कर दिए गए हैं। बाघ को पकड़ने का पूरा रेस्क्यू एसटीआर फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा के नेतृत्व में किया जा रहा है। वन विभाग ने जिला प्रशासन और पुलिस को भी तैनात रहने एवं स्थानीय स्तर पर सहयोग मांगा जारहा है । साथ ही ड्रोन के जरिए टाइगर की तलाश की जा रही है। वन विभाग और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व टीम का प्रयास है कि बार-बार गांव में आ रहे टाइगर को जल्द पकड़ लिया जाए।
