शुभ मुहूर्त
सफला एकादशी तिथि की शुरुआत 7 जनवरी को देर रात्रि 12 बजकर 41 मिनट से होगी और इसके अगले दिन यानी 8 जनवरी को देर रात्रि 10 बजकर 41 मिनट पर तिथि का समापन होगा।
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पूजा विधि
- इस दिन सुबह उठकर स्नान करें और पीले वस्त्र धारण करें।
- अब मंदिर की सफाई करें गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें।
- इसके बाद चौकी पर साफ कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु जी की मूर्ति स्थापित करें।
- अब घी का दीपक जलाएं और विष्णु जी को हल्दी, कुमकुम से तिलक करें।
- इसके बाद भगवान विष्णु को फल, मिठाई का भोग लगाएं और तुलसी दल को शामिल करें।
- अब आरती करें और प्रसाद का वितरण करें।
महिमा
सनातन धर्म में सफला एकादशी का अधिक महत्व है। सफला एकादशी के दिन पूजा-व्रत करने से साधक के रुके हुए काम सफल होते हैं और सदैव जगत के पालनहार भगवान विष्णु जी की कृपा बनी रहती है। इस दिन अन्न का दान करने का भी विधान है। धार्मिक मत है कि सफला एकादशी व्रत करने से साधक को जीवन के सभी पापों से निजात मिलती है। एकादशी के दिन पीले रंग का बेहद खास महत्व है। इस दिन पीले वस्त्र पहनने चाहिए।