तमिलनाडु में चेन्नई के निकट श्रीपेरुमबुदुर में सैमसंग की फैक्टरी के बाहर बड़ी संख्या में वर्कर्स ने टेंट लगातार प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इस बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि देश में कंपनी के लगभग 12 अरब डॉलर के वार्षिक रेवेन्यू में इस फैक्टरी की हिस्सेदारी लगभग 30 प्रतिशत की है। टेलीविजन, वॉशिंग मशीन और रेफ्रीजरेटर बनाने वाली इस फैक्टरी में लगभग 1,800 वर्कर्स हैं। इस हड़ताल की शुरुआत सोमवार को हुई थी और इससे प्रति दिन की मैन्युफैक्चरिंग में से लगभग आधे पर असर पड़ा था। हड़ताल करने वाले वर्कर्स की डिमांड अधिक वेतन, बेहतर वर्किंग आवर्स और कंपनी की ओर से उनकी यूनियन को मान्यता देने की है। इन वर्कर्स की यूनियन के नेता E Muthukumar ने बताया, “हम दूसरे दिन भी हड़ताल कर रहे हैं।”
इस बारे में Samsung ने टिप्पणी के लिए भेजे गए निवेदन का उत्तर नहीं दिया। कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि वर्कर्स की शिकायतों के समाधान के लिए उनके साथ बातचीत की जा रही है और सैमसंग सभी कानूनों और नियमों का पालन करती है। दक्षिण कोरिया में सैमसंग की वर्कर्स यूनियन ने भी पिछले दो महीनों में कई दिनों तक हड़ताल की थी। हालांकि, कंपनी के मैनेजमेंट के साथ यूनियन का समझौता नहीं हुआ है। इस वजह से यह यूनियन दोबारा हड़ताल कर सकती है।
सैमसंग की तमिलनाडु की फैक्टरी के बाहर वर्कर्स ने अनिश्चितकालीन हड़ताल लिखे हुए पोस्टर लगाए हैं। देश में कंपनी की दूसरी फैक्टरी उत्तर प्रदेश के नोएडा में है। इस फैक्टरी में स्मार्टफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग की जाती है। हाल ही में लॉन्च किए गए सैमसंग के फोल्डेबल स्मार्टफोन्स Galaxy Z Fold 6 और Z Flip 6 की मैन्युफैक्चरिंग भी इस फैक्टरी में की जा रही है। इन स्मार्टफोन्स के लिए कंपनी को मजबूत डिमांड मिल रही है। पिछले कुछ वर्षों में कंपनी के स्मार्टफोन्स की बिक्री तेजी से बढ़ी है। फोल्डेबल स्मार्टफोन्स के मार्केट में इसकी सबसे अधिक हिस्सेदारी है।