पांच अक्तूबर से शुरू हो रहे वर्ल्ड कप के लिए रोहित एंड कंपनी तैयार है. वर्ल्ड कप के लिए चुनी गयी 15 सदस्यीय भारतीय टीम में सात बल्लेबाज, तीन ऑलराउंडर और पांच गेंदबाज हैं. टीम में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का अच्छा संयोजन है. भारतीय ब्रिगेड पर नजर डालें, तो कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली सबसे अनुभवी हैं. इन दोनों को 250 से अधिक मैच खेलने का अनुभव है. वनडे मैचों में इनके 10 हजार से अधिक रन भी हैं. रोहित के 251 वनडे मैचों में 10112 रन, जबकि विराट के 281 मैचों में 13083 रन हैं. टीम में सबसे युवा खिलाड़ी सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (24 साल) हैं. विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन भी 25 साल के हैं. यदि शतकों की बात करें, तो 2010 के बाद भारतीय बल्लेबाजों ने वनडे फॉर्मेट में अन्य टीमों के खिलाड़ियों के मुकाबले सबसे अधिक 142 शतक जड़े हैं. रोहित शर्मा, शुभमन गिल और ईशान किशन तो दोहरा शतक भी लगा चुके हैं. गेंदबाजी को देखें, तो टीम में शामिल चार गेंदबाज 100 से अधिक विकेट ले चुके हैं. रवींद्र जडेजा ने 186 मैचों में सबसे अधिक 204 विकेट लिये. भारत दो बार विश्व चैंपियन रह चुका है. घरेलू परिस्थितियों और अपने दर्शकों के बीच देश को तीसरी बार वर्ल्ड कप दिलाने की जिम्मेदारी टीम के इन्हीं 15 खिलाड़ियों पर होगी. टीम में इन खिलाड़ियों की भूमिका व इनके करियर पर पढ़िए सुनील कुमार की रिपोर्ट…
मजबूत और कमजोर पक्ष
मजबूती : टीम का मजबूत बल्लेबाजी क्रम. रोहित शर्मा, विराट कोहली, शुभमन गिल, केएल राहुल, हार्दिक पांड्या, श्रेयस अय्यर, ईशान किशन और रवींद्र जडेजा की मौजूदगी टीम की बल्लेबाजी को मजबूत बनाती है. 2011 विश्व कप की विजेता टीम के बाद यह भारत का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी क्रम है.
कमजोरी : कागजों पर मजबूत है स्पिन गेंदबाजी, लेकिन सपाट पिचों पर अश्विन, जडेजा व कुलदीप की परीक्षा होगी. एक साल तक लगातार खेलाने के बाद टीम में युजवेंद्र चहल को शामिल नहीं करना निराशाजनक है.
रोहित शर्मा (कप्तान/बैटर)
वनडे क्रिकेट में तीन दोहरे शतक लगानेवाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं. अब तक 251 वनडे में 48.85 की औसत से 10112 रन बना चुके हैं, जिनमें 30 शतक, 52 अर्धशतक शामिल हैं. वनडे में इनका सर्वाधिक स्कोर 264 रन है, जो रिकॉर्ड है. रिकॉर्ड 292 छक्के लगा चुके रोहित का यह तीसरा वर्ल्ड कप होगा.
हार्दिक पांड्या (उप कप्तान/ऑलराउंडर)
टीम में बतौर ऑलराउंडर शामिल उप कप्तान हार्दिक पांड्या वनडे में सबसे ज्यादा स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं. अब तक उन्होंने 82 वनडे खेले हैं और 110.21 की स्ट्राइक रेट से 1758 रन बनाये हैं. इसमें 11 अर्धशतक शामिल है और उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 92 रन रहा है. गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 79 विकेट निकाले हैं.
विराट कोहली (बैटर)
281 वनडे मैचों विराट के 13083 रन हैं. यानी इस बार वर्ल्ड कप में जितने खिलाड़ी खेल रहे, उनमें सर्वाधिक रन हैं इनके. इसमें 47 शतक और 66 अर्धशतक शामिल हैं. 183 इनका उच्चतम स्कोर रहा है. 2006 में रणजी ट्रॉफी से शुरुआत करनेवाले रन मशीन कोहली मौजूदा वर्ल्ड कप में सबसे अनुभवी भारतीय हैं, जो अपना चौथा वर्ल्ड कप खेलेंगे.
शुभमन गिल (बैटर)
टीम के सबसे युवा खिलाड़ी ने छह साल पहले ही घरेलू क्रिकेट में खेलना शुरू किया और अपने प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया में जगह बना ली. वर्ष 2023 की बात करें, तो वह अब तक पांच शतक जड़ चुके हैं. यह शुभमन का पहला वर्ल्ड कप होगा. 35 मैच में 66.10 की औसत से 1917 रन बना चुके हैं. उनका सर्वाधिक स्कोर 208 रन है.
केएल राहुल (विकेटकीपर/बैटर)
2010 से विजय हजारे ट्रॉफी से क्रिकेट करियर की शुरुआत की. अब तक 61 वनडे खेल चुके हैं और 47.72 की औसत से 2614 रन बना चुके हैं. इनमें छह अर्धशतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं. करियर की पहली आठ पारियों में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक जड़नेवाले केएल राहुल का यह दूसरा वर्ल्ड कप होगा.
रविचंद्रन अश्विन (ऑलराउंडर)
ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन अब तक 115 वनडे मैच खेल चुके हैं और 33.20 की स्ट्राइक रेट से 155 वनकेट झटक चुके हैं. उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 25 रन देकर चार विकेट रहा है. चेन्नई की गलियों में टेनिस बॉल क्रिकेट खेलनेवाले अश्विन के तरकश में सुडोकू बॉल, कैरम बॉल, फिंग फ्लिक्ड लेकब्रेक जैसी गेंदें हैं.
सूर्यकुमार यादव (बैटर)
‘मिस्टर 360’ डिग्री और ‘स्काई’ जैसे नामों से मशहूर सूर्यकुमार यादव का यह पहला वर्ल्ड कप है. क्रिकेट करियर की शुरुआत 2010 में विजय हजारे ट्रॉफी से की. टी-20 में 170+ के स्ट्राइक रेट से रन बनानेवाले सूर्यकुमार ने 30 वनडे मैचों में 27.79 की औसत से अब तक 667 रन बनाये हैं. उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 72 रन रहा है.
ईशान किशन (विकेटकीपर/बैटर)
महेंद्र सिंह धौनी के बाद झारखंड के दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने पहले ही इंटरनेशनल शतक को दोहरे शतक में बदल कर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा. 2014 में झारखंड की ओर से विजय हजारे में डेब्यू करनेवाले ईशान का यह पहला वर्ल्ड कप होगा. 25 साल के ईशान के 25 वनडे में 886 रन हैं. इसमें एक शतक (210 रन) व सात अर्धशतक शामिल हैं.
श्रेयस अय्यर (बैटर)
श्रेयस अय्यर ने 2014 में मुंबई के लिए मुश्ताक अली ट्रॉफी से डेब्यू किया. पहले बार वर्ल्ड कप खेलेंगे. अब तक 47 अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच खेल चुके अय्यर कभी भी शून्य पर आउट नहीं हुए हैं. उनके नाम 47 मैचों की 42 पारियों में 46.17 की औसत से 1840 रन दर्ज हैं. उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 113 रन रहा है.
रवींद्र जडेजा (ऑलराउंडर)
2006 में देवधर ट्रॉफी के जरिये घरेलू क्रिकेट में डेब्यू करनेवाले ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा वनडे में कपिल देव के रिकॉर्ड की बराबरी कर चुके है. इस बार वह तीसरा वर्ल्ड कप खेलेंगे. अब तक 186 वनडे खेल चुके हैं और 32.14 की औसत से 2636 रन बना चुके हैं. इसमें 13 अर्धशतक भी शामिल हैं. वनडे में 204 विकेट भी ले चुके हैं. वनडे में 2000 रन और 200 विकेट लेनेवाले कपिल देव के बाद दूसरे भारतीय हैं.
शार्दुल ठाकुर (बॉलर)
राजस्थान के खिलाफ 2012 में रणजी ट्रॉफी से डेब्यू करनेवाले 31 साल के शार्दुल ठाकुर का पहला वर्ल्ड कप है. अब तक 44 वनडे खेल चुके हैं और 29.1 की स्ट्राइक रेट से 63 विकेट झटके हैं. 37 रन देकर चार विकेट उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है. शार्दुल ने 105.11 की स्ट्राइक रेट से 329 रन भी बनाये हैं.
कुलदीप यादव (बॉलर)
अब तक 90 वनडे मैच खेल चुके कुलदीप ने 25.62 की स्ट्राइक रेट से 152 विकेट लिये हैं. 25 रन देकर उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है. वनडे में दो बार हैट्रिक लेनेवाले एकमात्र भारतीय कुलदीप का यह उनका दूसरा वर्ल्ड कप टूर्नामेंट है. वह सात बार चार और दो बार पांच विकेट ले चुके हैं. 150 विकेट वाले सबसे तेज भारतीय स्पिनर हैं.
जसप्रीत बुमराह (बॉलर)
भारत के मुख्य गेंदबाजों में से एक जसप्रीत बुमराह अब तक 78 वनडे खेल चुके हैं. इन मुकाबलों में 24.31 की स्ट्राइक रेट से 129 विकेट भी ले चुके हैं. वनडे में 5 बार 4 विकेट, जबकि 2 बार पांच विकेट ले चुके हैं. एकदिवसीय क्रिकेट में 100 विकेट लेनेवाले दूसरे सबसे तेज भारतीय गेंदबाज हैं. यह उनका दूसरा वर्ल्ड कप टूर्नामेंट होगा.
मोहम्मद शमी (बॉलर)
33 साल के मोहम्मद शमी अपना तीसरा वर्ल्ड कप वर्ल्ड कप खेलेंगे. अब तक 94 वनडे में शमी 171 विकेट ले चुके हैं. 9 बार 4+ विकेट और 2 बार 5+ विकेट का कारनामा भी कर चुके हैं. शमी लगातार 3 वनडे में 4+ विकेट लेनेवाले भारत के दूसरे गेंदबाज हैं. 2010 में मुश्ताक अली ट्रॉफी से शमी ने घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया था.
मोहम्मद सिराज (बॉलर)
2015 में रणजी ट्रॉफी से घरेलू डेब्यू करनेवाले मोहम्मद सिराज पहली बार वर्ल्ड कप में खेलेंगे. अब तक खेले 30 वनडे में 54 विकेट झटक चुके हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 21 रन देकर 6 छह विकेट है. वह दो बार 4+ विकेट ले चुके हैं और उनका स्ट्राइक रेट 20.01 है. एक ओवर में चार विकेट लेनेवाले पहले भारतीय हैं.