
पुलिस ने बच्ची का शव कुएं से बरामद कर लिया।
रतलाम एसपी राहुल कुमार लोधा ने सोमवार को प्रेसवार्ता में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि उपरवाड़ा की रहने वाली महिला का कालूखेड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम लसुड़िया नाथी में मायका है। वह करीब 1 साल पहले डिलीवरी के लिए अपने मायके आई थी, तबसे वह यहीं रह रही थी। 17 अगस्त की रात महिला घर में बच्ची के साथ सो रही थी तभी रात 11 से 12 बजे के बीच उसकी नींद खुली तो बच्ची पास में नहीं थी। कमरे का अंदर से दरवाजा बंद था, लेकिन खिड़की खुली हुई थी। रात में ही महिला ने अपने पति को जानकारी दी, इसके बाद पुलिस को सूचना दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम स्निफर डॉग के साथ मौके पर पहुंची और मौका मुआयना किया। स्निफर डॉग घटना स्थल से तीन किलोमीटर दूर चिकलाना में एक मकान तक पहुंचा। यहां पूछताछ में दशरथ कटारिया का नाम सामने आया। इस आधार पर दो बार उससे पूछताछ की, लेकिन कोई क्लू नहीं मिला। यहां तक कि आरोपी बच्ची की तलाश में गांव के लोगों के साथ ही घूमता रहा। इधर एसपी लोधा ने बच्ची को ढूंढने के लिए 12 पुलिस टीमों का गठन किया। पुलिस टीमों ने क्षेत्र व आस पास के करीब 200 स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। साथ ही आस पास के जिलों के थानों पर भी संपर्क किया गया। क्लू मिलने पर जब एक बार और दशरथ को पूछताछ के लिए बुलाया गया तो वह फरार हो गया। आरोपी राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के हथुनिया थाना क्षेत्र के ग्राम बरोठा स्थित अपने ससुराल में खेत की झोपड़ी में छिपा था।
रविवार सुबह राजस्थान पुलिस के कॉन्स्टेबल सुरेश मीणा ने मुखबिर सूचना के आधार पर उसे पकड़ा, इसके बाद रतलाम की कालूखेड़ा पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद कालूखेड़ा थाना प्रभारी नीलम चोंगड़ टीम के साथ हथुनियां थाने पहुंची और यहां आरोपी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि बच्ची को मारकर उसको ससुराल में खेत पर बने कुएं में फेंक दिया है। इसके आधार पर बच्ची के शव को कुएं से बरामद किया। बच्ची का शव पूरी तरह से गल चुका था।
एसपी लोढ़ा ने आरोपी दशरथ कटारिया मीणा से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह शादीशुदा है और दो बच्चों का पिता है। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी बच्ची की मां पर बुरी नजर रखता था और उससे अवैध संबंध बनाना चाहता था। पत्नी मायके गई हुई थी। इसी दौरान उसने इस वारदात को अंजाम दिया।