सावन माह के दूसरे सोमवार को नर्मदापुरम के आईटीआई रोड मंगल विलास कालोनी के निवासी समदर्शी सोनी के घर ब्रह्मकमल खिला। ब्रह्मदेव के प्रिय फूल के खिलने पर इस ब्रह्मकमल के बाद सोनी परिवार ने शाम को इसकी पूजा-अर्चना भी की। ढाई साल पहले एक पारिवारिक मित्र के यहां से ब्रह्मकमल का रोपा लेकर आए थे, जिसके बाद कल शाम पहली बार उनके यहां ब्रह्मकमल खिला। आसपास से कई लोग ब्रह्मकमल के दर्शन के लिए भी पहुंचे।
उल्लेखनीय है कि दैवीय माने जाने वाले इस फूल के खिलने का सही वक्त जुलाई-अगस्त ही है। ये खिलता भी एक ही दिन के लिए है, वो भी शाम के वक्त। दूसरा ये कमल के फूल की एक खास किस्म है, जो हिमाचल, हिमालय और उत्तराखंड में पाई जाती है, लेकिन कई लोग इसे घरों में गमलों में भी लगाते है। इसमें कई चमत्कारिक औषधीय गुण भी पाए जाते हैं।
जो भी मनोकामनाएं मांगी जाए होती हैं पूरी
लोगों का मानना है कि यह कमल आधी रात के बाद खिलता है, इसलिए इसे खिलते देखना स्वप्न समान ही है। ऐसा माना जाता है कि यदि इसे खिलते समय देखकर कोई कामना की जाए तो अतिशीघ्र पूरी हो जाती है।
फूल के साथ जुड़ी हैं धार्मिक मान्यता
ब्रह्मकमल अर्थात ब्रह्मा का कमल, इसके तोडऩे के भी सख्त नियम होते हैं। कहा जाता है कि आम तौर पर फूल सूर्यास्त के बाद नहीं खिलते, लेकिन ब्रह्मकमल को खिलने के लिए सूर्य के अस्त होने का इंतजार करना पड़ता है।
ब्रह्मकमल में है कई गुण, शरीर की इन समस्याओं को करता है दूर
ब्रह्मकमल को लकी फूल माना जाता है. इसका इस्तेमाल पूजा-पाठ में काफी ज्यादा होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह फूल आपके शरीर के लिए भी फायदेमंद है? जी हां, ब्रह्म कमल के इस्तेमाल से शरीर की कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। आइए जानते हैं इस बारे में-
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए ब्रह्म कमल काफी फायदेमंद माना जाता है. यह लिवर के लिए टॉनिक की तरह कार्य करता है। इसकी मदद से फ्री रेडिकल्स से होने वाले प्रभाव को कम किया जा सकता है।
ब्रह्म कमल का इस्तेमाल घाव को जल्दी भरने के लिए किया जा सकता है. इसमें मौजूद एंटी-सेप्टिक गुण घाव और बैक्टीरिया की परेशानी को जल्द से जल्द दूर करते हैं।
खांसी-जुकाम की समस्याओं को दूर करने के लिए ब्रह्म कमल का इस्तेमाल करें. इस फूल में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाया जाता है, जो वायरल इंफेक्शन को दूर करने में प्रभावी हैं।
नर्वस सिस्टम के लिए ब्रह्म कमल लाभकारी माना जाता है. यह तंत्रिका तंत्र में होने वाले विकार को दूर कर सकता है।
स्किन को हेल्दी बनाए रखने के लिए ब्रह्म कमल का इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे स्किन में होने वाली सूजन और जलन कम होती है।
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए ब्रह्म कमल काफी फायदेमंद माना जाता है. यह लिवर के लिए टॉनिक की तरह कार्य करता है। इसकी मदद से फ्री रेडिकल्स से होने वाले प्रभाव को कम किया जा सकता है।
ब्रह्म कमल का इस्तेमाल घाव को जल्दी भरने के लिए किया जा सकता है. इसमें मौजूद एंटी-सेप्टिक गुण घाव और बैक्टीरिया की परेशानी को जल्द से जल्द दूर करते हैं।
खांसी-जुकाम की समस्याओं को दूर करने के लिए ब्रह्म कमल का इस्तेमाल करें. इस फूल में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाया जाता है, जो वायरल इंफेक्शन को दूर करने में प्रभावी हैं।
नर्वस सिस्टम के लिए ब्रह्म कमल लाभकारी माना जाता है. यह तंत्रिका तंत्र में होने वाले विकार को दूर कर सकता है।
स्किन को हेल्दी बनाए रखने के लिए ब्रह्म कमल का इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे स्किन में होने वाली सूजन और जलन कम होती है।