कहते हैं पुलिस जब कार्रवाई करने पर आती है तो दिन रात एक कर देती है। ऐसा ही एक मामला राजगढ़ जिले के लीमा चौहान थाना क्षेत्र में देखने को मिला। चार जून को मंदिर की दान पेटी से हुई चोरी के मामले में पुलिस लगभग दस दिन में ही 700 किलोमीटर तक चोरों का पीछा करते हुए बिना नंबर की कार सहित तीन आरोपियों को पकड़ लाई। राजगढ़ एसपी अमित तोलानी ने प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि बीते दिनों लीमा चौहान थाना क्षेत्र में स्थित भैंसवा माता मंदिर से अज्ञात चोर दान पेटी में से नकदी 75 हजार रुपये चुराकर ले गए थे। मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरुद्ध विभिन्न धारा में प्रकरण पंजीबद्ध कर मामला जांच में लिया था।
विवेचना के दौरान यह सामने आया कि राजस्थान प्रदेश से पांच चोर एक बगैर नंबर की कार से एमपी के इस मंदिर में आए थे। यहां से उन्होंने दान पेटी में से चोरी की और रफूचक्कर हो गये। विवेचना के दौरान पुलिस ने मंदिर सहित अन्य स्थानों के लगभग सौ से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और उनके हाथ बिना नंबर की ऐसी कार लगी, जिसका पीछा करते हुए पुलिस आरोपियों के ठिकानों तक पहुंच गई।
विवेचना के दौरान यह सामने आया कि राजस्थान प्रदेश से पांच चोर एक बगैर नंबर की कार से एमपी के इस मंदिर में आए थे। यहां से उन्होंने दान पेटी में से चोरी की और रफूचक्कर हो गये। विवेचना के दौरान पुलिस ने मंदिर सहित अन्य स्थानों के लगभग सौ से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और उनके हाथ बिना नंबर की ऐसी कार लगी, जिसका पीछा करते हुए पुलिस आरोपियों के ठिकानों तक पहुंच गई।
राजस्थान प्रदेश से पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और दो आरोपी फरार हैं। उनकी पुलिस तलाश कर रही है। एसपी ने बताया किफरार आरोपियों को पकड़ने के लिए राजगढ़ पुलिस की एक टीम राजस्थान के उदयपुर में डेरा डाले हुए है। उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने आरोपी बाबूलाल, मनीष और गेहरीलाल को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से चोरी में इस्तेमाल की गई कार जब्त की गई है और चोरी के 25 हजार रुपये भी बरामद किए गए हैं। वहीं आशु उर्फ आसाराम और महेंद्र गरासिया अभी फरार है।