निर्माणधीन तीन मंजिला मकान गिरा
राजगढ़ जिले के ब्यावरा शहर में मंगलवार को एक तीन मंजिला इमारत भरभराकर नीचे गिर गई, जिसमें एक मजदूर की दबने से मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, एक मजदूर गंभीर रूप से घायल है, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद भोपाल रेफर किया गया है। वहीं, अन्य घायल मजदूरों का ब्यावरा सिविल अस्पताल व जिला अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। घटना के पश्चात सीएम मोहन यादव ने मृत व्यक्ति के परिवार के लिए चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है और घायल मजदूरों के उचित उपचार के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, ब्यावरा देहात थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक नवीन तीन मंजिला मकान का निर्माण कराया जा रहा था, जो की पिलर के ही सहारे तीन मंजिल तक पहुंचा दी गई थी और उस पर तीसरी मंजिल की छत मंगलवार को डाली जा रही थी, जिसमें लगभग 22 कारीगर व मजदूर काम कर रहे थे। मंगलवार की शाम सात बजे के लगभग मकान की छत अचानक भरभराकार नीचे गिर गई, जिसमें दबने के कारण एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, एक मजूदर गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसे भोपाल रेफर किया गया है। वहीं, दबे हुए अन्य मजदूरों को रेस्क्यू करते हुए बाहर निकाला गया, जिनका उपचार चल रहा है।
मौके पर मौजूद एसपी आदित्य मिश्रा ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि मंगलवार की शाम करीब सात बजे के लगभग ब्यावरा देहात थाना क्षेत्र के अंतर्गत किसी व्यक्ति का निजी मकान का निर्माण कार्य किया जा रहा था, जिसकी तीसरी मंजिल की छत डाली जा रही थी। उसी दौरान हादसा हुआ और वह गिर गई, जिसमें कुछ कारीगर और मजदूर फंसे होने की संभावना थी। हमने सबसे पहले एक मजदूर जो गंभीर रूप से घायल हुआ था, उसे प्राथनिक उपचार के बाद भोपाल रेफर कराया है और जिन लोगों को मामूली चोट थी, उनका जिला व सिविल अस्पताल सहित निजी अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हुई है, जिसके शव को रिकवर करते हुए पीएम के लिए पहुंचाया गया है। हमारी सूचना के मुताबिक, यहां कुल 22 कारीगर मजदूर के आसपास काम कर रहे थे, जिसमें से सभी की जानकारी हमारे पास आ गई है।
वहीं, देर रात मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उक्त घटनाक्रम को लेकर ट्वीट करते हुए लिखा कि राजगढ़ जिले के ब्यावरा में निर्माणाधीन मकान गिरने से एक व्यक्ति के असामयिक निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करे। मृतक के परिजनों को शासन की ओर से चार लाख की आर्थिक सहायता एवं घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उक्त निर्माणाधीन मकान नाले के बिल्कुल करीब बगैर किसी सेफ्टी गाइड लाइन को फॉलो करते हुए बनाया जा रहा था, जिसकी तीसरी मंजिल की छत केवल पिलर ही पिलर के सहारे डाली जा रही थी। ऐसे में हादसा हुआ और मकान की नींव कमजोर होने के कारण वह धराशाई हो गया, जिसमें एक मजदूर की मौत हो गई व एक गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं, अन्य घायल मजदूरों का उपचार चल रहा है, वहीं जिला प्रशासन उक्त मकान की जांच पड़ताल में जुट गया है।